Edited By meena, Updated: 23 Aug, 2025 05:40 PM

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हाईकोर्ट की बेंच स्थापित करने को लेकर एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है....
भोपाल (इजहार खान) : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हाईकोर्ट की बेंच स्थापित करने को लेकर एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने केंद्रीय क़ानून मंत्री अर्जुन मेघवाल से मुलाक़ात कर भोपाल में हाईकोर्ट की बेंच की मांग रखी। शर्मा ने मांग की है कि भोपाल में हाईकोर्ट की बेंच स्थापित की जाए या फिर भोपाल ज़िले का न्यायिक क्षेत्राधिकार जबलपुर हाईकोर्ट से हटाकर इंदौर खंडपीठ से जोड़ दिया जाए। उन्होंने तर्क दिया कि इंदौर से जुड़ाव होने पर लोगों का समय और धन दोनों बचेंगे, वहीं सरकार का आर्थिक बोझ भी कम होगा। आम जनता को बड़ी राहत मिलेगी।
तन्खा ने जताई आपत्ति
सांसद आलोक शर्मा की इस मांग पर वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कड़ा विरोध जताया है। तन्खा ने कहा कि यह मांग इसलिए विवादित रहती है क्योंकि 1956 में जबलपुर को मध्यप्रदेश की राजधानी बनाया जाना तय था, लेकिन अंतिम समय पर भोपाल को राजधानी घोषित कर दिया गया और जबलपुर को ‘न्यायधानी’ का दर्जा दिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि भोपाल में बेंच बनाई जाती है तो क्या जबलपुर को एमपी की दूसरी राजधानी घोषित किया जाएगा? अगर ऐसा नहीं होता तो यह जबलपुर के साथ अन्याय होगा।
राजनीतिक तकरार तेज़
भोपाल बेंच की मांग लंबे समय से चल रही है, लेकिन जब भी यह मुद्दा उठता है तब सियासत गरमा जाती है। अब आलोक शर्मा और विवेक तन्खा के बयानों से एक बार फिर राजधानी और न्यायधानी की खींचतान सुर्ख़ियों में है।