Edited By meena, Updated: 01 Mar, 2025 07:29 PM

ग्वालियर पुलिस ने डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी के मास्टरमाइंड को छतरपुर से गिरफ्तार किया है...
ग्वालियर (अंकुर जैन) : ग्वालियर पुलिस ने डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी के मास्टरमाइंड को छतरपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित था। मामले में डेढ़ दर्जन आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। मास्टरमाइंड हाथ नहीं आने से कहानी अनसुलझी हुई थी। अब मुख्य आरोपी के हाथ लगते ही पुलिस पूछताछ में जुट गई है। साथ ही पुलिस पता लगा रही है कि 26 महीने का समय छतरपुर के अलावा कहां-कहां रहा है और किस-किस ने उसकी मदद की है।
दरअसल हजीरा थाना क्षेत्र के सुभाष नगर निवासी गया प्रसाद अरजरिया व्यवसायी है। उनका लेबर सप्लाई का काम है। उनकी तीन फर्म जीपी कंस्ट्रक्शन, मनीष कॉन्ट्रेक्टर और विधि इंटरप्राइजेज हैं। तीनों फर्मों का काम देखने के लिए उन्होंने विनय नगर निवासी अमित समाधिया को बतौर मैनेजर नियुक्त किया था। उसको काम में सहायता के लिए विकास राठौर को असिस्टेंट के रूप में नियुक्त किया था। देश भर में उनकी फर्म से लेबर सप्लाई होती है और पूरा काम अमित व विकास देखते थे। वर्ष 2022 में उन्हें फर्मों से घाटा होने लगा और सारा पैसा लेबर की सैलरी में जाने लगा। इस पर उन्हें शंका हुई और जांच कराई तो पता चला कि अमित और विकास अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर उन्हें चूना लगा रहे हैं। जब उन्होंने अमित व विकास से हिसाब मांगा तो वह गायब हो गए थे। इसके बाद उन्होंने पुलिस से शिकायत की।
पुलिस ने शिकायत की जांच के बाद मामला दर्ज कर लिया। वहीं पता चला कि जो लेबर काम छोड़कर चली जाती थी, उनके नाम वह हटाते नहीं थे और अपने नाते-रिश्तेदारों के खाते में पेमेंट भेज कर उन्हें चपत लगा रहे थे।पुलिस ने इस मामले में अभी तक अमित समाधिया के अलावा 19 आरोपी पकड़े जा चुके थे ।लेकिन अमित समाधिया की तलाश में लगी पुलिस के पास सिर्फ उसका मोबाइल नंबर था। जिसके चलते साइबर सेल की मदद से उसकी लोकेशन पता की जा रही थी। 2 दिन तक तलाश की, तब उसका पता चला और पुलिस ने उसे एक घर हिरासत में लिया।