Edited By Vikas Tiwari, Updated: 04 Aug, 2021 02:13 PM
ग्वालियर चंबल अंचल में बाढ़ से हालात बद्तर होते जा रहे हैं। जिसको लेकर सरकार द्वारा लगातार राहत व बचाव कार्य के निर्देश दिए जा रहे हैं। इसी बीच प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर पहुंचे हैं। उन्होंने ग्वालियर संभाग के प्रशासन और एयरफोर्स...
ग्वालियर (अंकुर जैन): ग्वालियर चंबल अंचल में बाढ़ से हालात बद्तर होते जा रहे हैं। जिसको लेकर सरकार द्वारा लगातार राहत व बचाव कार्य के निर्देश दिए जा रहे हैं। इसी बीच प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर पहुंचे हैं। उन्होंने ग्वालियर संभाग के प्रशासन और एयरफोर्स हेलिकॉप्टर के पायलट से रेस्क्यू ऑपेरशन के बारे में चर्चा की। आपको बता दें कि सीएम शिवराज ग्वालियर-चंबल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे करेंगे।
क्या बोले शिवराज?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, गुना, भिंड और मुरैना ज़िलों के 1,225 गांव प्रभावित हैं। 240 गांव में SDRF, NDRFHQ, भारतीय सेना, BSF ने मिलकर लगभग 5,950 लोगों को सुरक्षित निकालने में सफलता प्राप्त की है। शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया औऱ श्योपुर में सेना मदद के लिए पहुंच चुकी है।
ग्वालियर चंबल में सिंध, पार्वती और चंबल नदी ने मचाया कोहराम ...
आपको बता दें कि शिवपुरी, श्योपुर, भिंड, दतिया, डबरा और ग्वालियर क्षेत्र में सिंध, पार्वती और चंबल नदी ने कहर बरपाया है। ग्वालियर चंबल अंचल में कुल 1171 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान अपना हवाई सर्वे करने के बाद दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
सिंध का विकराल रूप ! रतनगढ़-लांच के बाद सेंवढ़ा का पुल बहाया...
बाढ़ के बाद कई पुलों में आई दरार...
दतिया की रतनगढ़ पुलिया के बाद ग्वालियर के पास डबरा स्थित सिंध नदी के पुल में भी दरारें आने की खबर है। जिला प्रशासन ने राजस्व अमले को NDRF और SDRF की टीमों के साथ संवेदनशील स्थानों पर भेजा है। मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि बारिश से फिलहाल 7 अगस्त तक कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है क्योंकि ग्वालियर चंबल के ऊपर इस समय ट्रफलाइन बनी हुई है। निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से भी इसी तरह का मौसम अगले 4 दिनों तक रह सकता है। इससे अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट 26 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड की गई जबकि इन दिनों में सामान्य से 30 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा ही तापमान रहता है। ग्वालियर की लाइफ लाइन कहा जाने वाला तिघरा बांध अभी भी करीब 17 फुट खाली है। अपर ककैटो बांध लबालब होने से तिघरा के लिए पानी छोड़ा गया है। जिससे उसके जलस्तर में अगले दो दिनों में बढ़ोत्तरी हो सकती है। वहीं केचमेंट एरिया में पानी गिरने से भी जलस्तर में बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है।