Edited By meena, Updated: 08 Jul, 2025 02:24 PM

मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने अशोकनगर में होने वाले न्याय सत्याग्रह आंदोलन में शामिल...
गुना (मिस्बाह नूर) : मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने अशोकनगर में होने वाले न्याय सत्याग्रह आंदोलन में शामिल होने से पहले गुना सर्किट हाउस में पंजाब केसरी से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार, खासकर मुख्यमंत्री मोहन यादव सरकार और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर हमला बोला। सिंगार ने ओबीसी आरक्षण, पेसा एक्ट और प्रदेश में व्याप्त कथित तानाशाही रवैये को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
गुना को एक मेडिकल कॉलेज तक नहीं दे पाए सिंधिया- सिंघार
गुना जिले पर चर्चा करते हुए उमंग सिंगार ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सिंधिया केवल नाम के महाराज हैं, जबकि उनकी प्रजा दुखी है। उन्होंने सिंधिया को कमजोर बताते हुए कहा कि वे अभी तक गुना जिले को एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं दे पाए हैं। सिंगार ने कहा कि हालात इतने खराब हो गए हैं कि वकीलों को भी हड़ताल और आंदोलन करना पड़ रहा है। उन्होंने सिंधिया से यह बताने को कहा कि उन्होंने युवाओं के लिए अब तक क्या किया है और गुना में कब कंपनियां आएंगी जो युवाओं को रोजगार देंगी और कब मेडिकल कॉलेज आएंगे। सिंगार ने गुना जिले में सहरिया आदिवासियों की जमीनों पर भी हो रहे कब्जों का मुद्दा उठाया।
ओबीसी आरक्षण को लेकर सरकार को घेरा
उमंग सिंगार ने मध्य प्रदेश सरकार पर ओबीसी आरक्षण को लेकर खराब मंशा रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर अपने ही लोगों को पैसे देकर कोर्ट में खड़ा कर देती है, जिससे आरक्षण प्रक्रिया में अड़ंगा लगता है। सिंगार के अनुसार, सरकार चाहे तो हलफनामा देकर और विधानसभा में प्रस्ताव पारित कराकर ओबीसी वर्ग को आरक्षण दे सकती है, लेकिन वह ऐसा करना ही नहीं चाहती, ताकि ओबीसी वर्ग के लोगों को नौकरी और पदोन्नति न मिल सके।

अन्याय के खिलाफ आंदोलन के लिए कांग्रेस हमेशा तैयार- सिंघार
अशोकनगर में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ दर्ज मुकदमे पर बोलते हुए उमंग सिंगार ने स्पष्ट किया कि यह मामला केवल प्रदेश अध्यक्ष तक सीमित नहीं है। उन्होंने मोहन सरकार को चेतावनी दी कि यदि वह किसी के भी खिलाफ अन्यायपूर्ण रवैया अपनाएगी तो कांग्रेस आंदोलन करेगी और जेल भरेगी। सिंगार ने भाजपा सरकार को तानाशाही पूर्ण रवैया छोड़ने की सलाह दी, अन्यथा गंभीर दुष्परिणाम भुगतने की बात कही।
पेसा एक्ट क्रियान्यवय पर लेट लतीफी क्यों- सिंघार
सिंगार ने पेसा एक्ट के क्रियान्वयन को लेकर भी मोहन सरकार की मंशा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पुराने कब्जे हैं, उन्हें प्रदेश सरकार पट्टे नहीं दे रही है। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी गुमराह करने का आरोप लगाया, क्योंकि केंद्र 10,000 लोगों को पट्टे देने की बात कर रही है, जबकि मोहन सरकार 4 लाख लोगों के दावे बताती है। सिंगार ने सवाल उठाया कि या तो केंद्र सरकार गलत है या मध्य प्रदेश की मोहन सरकार। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता देख रही है कि सरकार वन क्षेत्र में रहने वाले लोगों को उनके अधिकार नहीं दे पा रही है, और यही हाल ओबीसी वर्ग का भी है। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि ओबीसी वर्ग के मुद्दे पर कोर्ट ने मध्य प्रदेश सरकार को फटकार भी लगाई है। सिंगार ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी पिछड़ों के कंधों पर सरकार तो बनाना चाहती है, लेकिन उनके बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है।