Edited By meena, Updated: 13 Aug, 2025 02:57 PM

उमरिया जिले में कोयलारी गांव की जिस सरकारी स्कूल के छत का प्लास्टर गिरने से दो छात्र जख्मी हुए थे...
उमरिया (के डी खान) : उमरिया जिले में कोयलारी गांव की जिस सरकारी स्कूल के छत का प्लास्टर गिरने से दो छात्र जख्मी हुए थे उसी सरकारी स्कूल के एक ही कमरे में छात्रों की पढ़ाई और गैस सिलेंडर से मध्याह्न भोजन पकाने की घोर लापरवाही जारी है, यानि क्लासरूम में रसोई चल रही है वो भी गैस सिलेंडर जैसे घातक ईंधन के जरिए भगवान न करें यदि जरा सी चूक हो जाए तो जवाब देते नहीं बनेगा। इसमें गलती शिक्षक या रसोइयों की भी नहीं बल्कि सिस्टम की है।
जब स्कूल का रसोई घर खंडहर हो तो फिर बरसात के मौसम में खुले में भोजन तो पकाया नहीं जा सकता, बाकी समय तो स्कूल के बाहर भोजन पक जाता था लेकिन बरसात में क्या करें?

छात्रों को भोजन देना भी सरकारी उपक्रम है जिसे बंद नहीं किया जा सकता। जिले के जिम्मेदार अफसर अवगत है तभी तो मासाब भी भगवान के भरोसे व्यवस्था का संचालन कर नौकरी चला रहे हैं। रहा सवाल किसी अनहोनी का तो उसे कौन टाल सकता है।

उनका कहना भी ठीक है जब अच्छे खासे कमरे की छत का प्लास्टर गिर सकता है तो फिर दुर्घटना तो दुर्घटना होती है उसे कौन रोक सकता है। जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष शशि गौतम ने जरूर मामले में गंभीरता दिखाते हुए निरीक्षण करने और जिम्मेदारों से रिपोर्ट लेने की बात कही है।