Edited By meena, Updated: 22 Feb, 2020 05:52 PM
मध्य प्रदेश में एक बार फिर से मौसम ने करवट बदली है। शुक्रवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर जहां सारे शिवभक्ती में डूबे हुए थे तो इस दौरान अचानक से शाम होते होते रिमझिम बारिश का सिलसिला शुरू हुआ...
सतना/कटनी(फिरोज बागी/संजीव वर्मा): मध्य प्रदेश में एक बार फिर से मौसम ने करवट बदली है। शुक्रवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर जहां सारे शिवभक्ती में डूबे हुए थे तो इस दौरान अचानक से शाम होते होते रिमझिम बारिश का सिलसिला शुरू हुआ। हालांकि प्रदेश के सतना समेत पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, अशोकनगर व भिंड जिले में भी गरज चमक के साथ बूंदाबांदी हुई।
लेकिन सतना और कटनी जिले में इसका असर ज्यादा देखने को मिला। सतना जिले में तो दूसरे दिन शनिवार को भी पूरे इलाके में कोहरे की सफेद धुंध छाई रही। किसानों के अनुसार ओलावृष्टि से खेत में खड़ी दलहनी फसलों को भारी नुकसान होने का अनुमान है।
दो लोगों की हुई मौत
बारिश और ओले गिरने के दौरान गाज की चपेट में आने से कटनी में दो लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कुठला थाना मोहन नगर निवासी मुन्ना सेन अपनी पत्नी और बच्ची के साथ कैलवारा से टिकरवारा जा रहा था तभी रास्ते मे गाज की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। जबकि पत्नी और बच्ची सुरक्षित है। वही रीठी थाना सैदा ग्राम में 60 वर्षीय वृद्ध झुकका यादव की मौत हो गई।
वहीं सतना जिले में भी दिन भर मौसम खुशनुमा रहा और भी अचानक मौसम बदलने के बाद तेज बारिश के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई। यहां एक घंटे में इतने ओले गिरे कि बारिश थमने के बाद सतना चित्रकूट मार्ग में बर्फ की सफेद चादर सी बिछ गई। हालांकि ये नजारा देखने में जितना खूबसूरत लग रहा है, फसलों के लिए ये बर्फ के गोले उतने ही नुकसान दायक साबित हो सकते हैं।