Edited By meena, Updated: 05 Sep, 2024 06:51 PM
दमोह पुलिस ने देश भक्ति जन सेवा का नारा सही मायनों में साकार करके दिखाया...
दमोह (इम्तियाज चिश्ती) : दमोह पुलिस ने देश भक्ति जन सेवा का नारा सही मायनों में साकार करके दिखाया। जहां दस दिनों में दो मासूम बच्चों को उनके माता पिता से मिलाने में खास भूमिका अदा की है जो शायद ना मुमकिन थी। दमोह पुलिस कप्तान एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी की कप्तानी में उनके होनहार पुलिस ऑफिसर सिटी कोतवाल आनन्द सिंह सहित पूरी पुलिस टीम ने वो काम अंजाम कर दिखाया जिससे ना सिर्फ बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लौटी बल्कि उनके मा बाप के चेहरे भी खुशी से खिल उठे।
इससे पहले एक बच्ची जिला अस्पताल से चोरी कर ली गई थी उस उलझी गुत्थी को चंद घण्टों में सुलझाकर उस मां के साथ शहर वासियों की दुआएं हासिल की थी, अब फिर एक नेक कार्य करके सही मायनों में देश भक्ति जनसेवा का नारा चरितार्थ कर दिया।
दरअसल, कुछ दिन पूर्व 27 अगस्त की सुबह दमोह जिले के असलाना पुल के पास चार वर्षीय अज्ञात मासूम मिला था जो कुछ बोल भी नहीं पा रहा था और घायल अवस्था में रेलवे पुलिस को मिला जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसकी देखभाल अस्पताल का सारा स्टॉप कर रहा था। दमोह पुलिस ने बच्चे को ढूंढने के प्रयास किये जिसमें सिटी कोतवाल आनंद सिंह ने सोशल मीडिया का सहारा लिया चारों तरफ अपनी पुलिस टीम को भी सतत संपर्क करने के लिए मुहिम चलाई जिसमें पूरी पुलिस टीम को सफलता मिली और बच्चे के पिता का फोन आया और घायल इलाजरत बेटे से बात कराई गई।
जब माता पिता ने बेटे का नाम लकी साइतबाल पुकारा। वीडियो कॉल पर बात करते ही मां को तसल्ली हुई और अगले ही पल माता पिता जो छिड़वाड़ा के बताए गए जो चलकर आधी रात दमोह पहुंचे और अपने बेटे को पाकर पहले तो फूट फूट रोते हुए दमोह पुलिस का आभार माना है।