Edited By meena, Updated: 15 Sep, 2020 06:45 PM
जी हां सुनने में यह एक अजीब सा लग रहा होगा पर यह एक ऐसी हकीकत है जहां प्रदेश के सबसे बड़े एम वाय अस्पताल की मरच्यूरी रूम में महीनों से स्ट्रेचर पर रखा एक शव अपने अंतिम संस्कार का इंतजार करते-करते कंकाल बन गया। दरअसल मानवता को शर्मसार करती यह तस्वीर...
इंदौर(सचिन बहरानी): जी हां सुनने में यह एक अजीब सा लग रहा होगा पर यह एक ऐसी हकीकत है जहां प्रदेश के सबसे बड़े एम वाय अस्पताल की मरच्यूरी रूम में महीनों से स्ट्रेचर पर रखा एक शव अपने अंतिम संस्कार का इंतजार करते-करते कंकाल बन गया। दरअसल मानवता को शर्मसार करती यह तस्वीर एमवाय अस्पताल के मरच्यूरी रूम की है। जहां प्रशासन की लापरवाही के चलते एक शव स्ट्रेचर पर रखे रखे कंकाल बन गया।
जिम्मेदार अधिकारियों पर अब यह सवाल खड़े करता है कि आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई कि एक शव महीना तक मरच्यूरी रूम में पड़े पड़े स्ट्रेचर पर कंकाल हो गया किसी जिम्मेदार अधिकारी को इस बात की भनक भी नहीं लगी और अगर इस बात की शिकायतें की गई तो तो क्यों इस मामले में संज्ञान तक नहीं लिया गया।
अब बात करें कि आखिर इस पूरे मामले का जिम्मेदार कौन जहां शव को स्टेचर पर रखे रखे महीनों बीत गए और किसी को इसकी जानकारी तक नहीं लगी। हालांकि कोविड-19 के तहत जहां प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत हॉस्पिटल और अन्य संस्थानों को रोजाना सैनीटाइज करना जरुरी है लेकिन वहीं मरचूरी रूम में रोजाना आने वाली कोरोना संक्रमण के शव को रखा जाता है लेकिन बदहाल हुई मरचुरी रूम में ना तो सैनिटाइजर का उपयोग किया जा रहा है और न ही मरच्यूरी रूम की देखरेख या मेंटेनेंस के कार्य के लिए कोई जिम्मेदार अधिकारी है।
कहने को तो यहां 16 फ्रीजर शवों को रखने के लिए मौजूद है लेकिन अधिकांश फ्रीजर बंद होने के कारण कई शव बाहर ही रखें रखे बदबू मारने लगते हैं। दिल को कंपा देने वाली इस तस्वीर से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिम्मेदार अधिकारी अपना फर्ज किस तरह निभा रहे हैं। एम वाई हॉस्पिटल से दो सौ कदम की दूरी पर बने मरच्यूरी रूम के बाहर स्ट्रीट लाइट बंद है जिसके कारण अंधेरा होने से अधिकांश शव स्ट्रेचर से नीचे गिर चुके हैं।
वहीं जब इस शव का मामला मीडिया में आया तो एम वाय हॉस्पिटल के प्रबंधन में हलचल मच गई तो आनन फानन में एमवाय अधीक्षक पीएस ठाकुर ने पहले तो उस लाश को वहां से हटवाया और नगर निगम को पत्र लिखकर लाश का अंतिम संस्कार करने की बात कही। वहीं पीएम रूम के इंचार्ज को भी एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। साथ ही इस मामले में जिस किसी की भी लापरवाही है उन पर कार्यवाही की बात कही।