Edited By meena, Updated: 06 Aug, 2024 07:04 PM
सावन के पवित्र माह में लोग भगवान शिव को खुश करने और मनोकामनाएं पूरी होने के लिए व्रत रखते हैं...
छतरपुर (राजेश चौरसिया) : सावन के पवित्र माह में लोग भगवान शिव को खुश करने और मनोकामनाएं पूरी होने के लिए व्रत रखते हैं लेकिन मध्य प्रदेश के छतरपुर में दिव्यांशु पलिया ने अपने दुश्मन को खत्म करने के लिए 11 दिन का व्रत रखा। व्रत पूरा होने के बाद अगले दिन दिव्यांशु ने अपने दुश्मन शिवम मिश्रा को मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के लिए दिव्यांशु के तीन साथियों ने उसका सहयोग किया। वारदात के सबूत मिटाने के लिए हत्या के बाद शव को कुंए में फेंक दिया। लेकिन कहते हैं न कि बुरे काम का बुरा नतीजा। कुछ ही दिनों में पुलिस ने इस अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए दिव्यांशु समेत तीनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।
दरअसल, 26 वर्षीय शिवम मिश्रा अचानक से लापता हो गया तो परिजनों ने सिविल लाइन थाने में 1 अगस्त की रात करीब 9:30 पर गुम शुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने शिवम मिश्रा की तलाश की और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की तो शक की सुई दिव्याशुं की तरफ घुमी। दोनों में पुरानी रंजिश चल रही थी। पुलिस ने दिव्याशुं से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
दिव्याशुं के दोस्त राहुल विश्वकर्मा की सीसीटीवी कैमरे की दुकान है और उसने सीसीटीवी कैमरा सुधारने के बहाने शिवम मिश्रा को अपनी दुकान पर बुलाया। दुकान पर ही सभी आरोपी साथियों ने मिलकर पीट-पीटकर शिवम की हत्या कर दी। वारदात की भनक किसी को भी न लगे, इसलिए सबने मिलकर एक बड़ी योजना बनाई। सबने मिलकर शिवम की मोटरसाइकिल पास के कुएं में फेंक दी और शिवम के हाथ पैर बांध कर कार में उसकी लाश ले गए और नौगांव थाने अंतर्गत धसान नदी में फेंक दिया। पुलिस ने दो मुख्य आरोपी दिव्यांशु पालिया और राहुल विश्वकर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। दो अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आए हैं। उनकी भी पुलिस अभी जांच कर रही है। बहरहाल, पुलिस ने इन दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मामले का खुलासा किया और न्यायालय में पेश करने की कार्रवाई की गई।