Edited By meena, Updated: 01 Dec, 2025 02:09 PM

मध्यप्रदेश में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। नवंबर के जाते जाते ठंड के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। राजधानी भोपाल में तो पिछले 84 साल का रिकॉर्ड...
भोपाल : मध्यप्रदेश में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। नवंबर के जाते जाते ठंड के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। राजधानी भोपाल में तो पिछले 84 साल का रिकॉर्ड टूटा है। प्रदेश के 10 से अधिक शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। आज से दिसंबर की शुरूआत के साथ ही कड़ाके की ठंड पड़ने की पूरी संभावना है। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती सिस्टम दित्वा के प्रभाव से हवा का रुख बदल गया है, जिसके कारण शीतलहर की स्थिति और तेज हो गई है।
क्या है दित्वा तूफान
श्रीलंका में चक्रवाती तूफान आया है जिसे दित्वा का नाम दिया गया है। इसने वहां भारी तबाही मचाई हुई है इसके बाद भारत की तरफ बढ़ रहा है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में तेज बारिश और तेज हवाओं के कारण प्रशासन ने भारी अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक इसका असर मध्य प्रदेश में भी देखने को मिल सकता है। जिससे बारिश और ठंडी हवाएं चलने की संभावना जताई जा रही है।
नौगांव सबसे ठंडा, पचमढ़ी और कल्याणपुर में भी गिरा तापमान
सबसे कम तापमान नौगांव में 6.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, जो इस सीजन का अब तक का न्यूनतम आंकड़ा है। पचमढ़ी में 7 डिग्री, जबकि कल्याणपुर में 7.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
भोपाल में 8.2 डिग्री, जनजीवन पर असर
राजधानी भोपाल में भी ठंड ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है। यहां न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस रहा। राजगढ़ का तापमान भी यही दर्ज किया गया। सर्द हवाओं के कारण सुबह-शाम सड़कों पर आवाजाही कम हो गई है।
अगले कुछ दिनों तक शीतलहर का असर जारी रहेगा
मौसम विभाग के अनुसार भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में अगले कुछ दिनों तक शीतलहर का असर बना रहेगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाएं और बंगाल की खाड़ी में हो रही चक्रवाती गतिविधियां प्रदेश में ठंड को और बढ़ा सकती हैं।