Edited By meena, Updated: 02 Oct, 2021 04:15 PM

देश भर के साथ साथ ग्वालियर में भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 152 वीं जयंती धूमधाम मनाई जा रही है। लेकिन इसी बीच ग्वालियर में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सियासी हंगामा देखने को मिला जहां गांधी जयंती के मौके पर प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाने के दौरान...
ग्वालियर(अंकुर जैन): देश भर के साथ साथ ग्वालियर में भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 152 वीं जयंती धूमधाम मनाई जा रही है। लेकिन इसी बीच ग्वालियर में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सियासी हंगामा देखने को मिला जहां गांधी जयंती के मौके पर प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाने के दौरान दोनों ही पार्टी के नेता व कार्यकर्ता उनकी विचारधारा के सम्मान को लेकर आमने-सामने आ गए। बीजेपी सांसद के सामने ही कांग्रेसियों ने उन पर गोडसे विचारधारा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और गांधी हम शर्मिंदा है, तेरे कातिल जिंदा है के नारे लगाना शुरू कर दिए। इसके बाद बीजेपी सांसद भी चुप भी नहीं रहे और उन्होंने भी कह दिया कि उनकी पार्टी को किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।
दरअसल फूलबाग स्थित गांधी उद्यान पर आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर उनकी प्रतिमा पर कांग्रेसी कार्यकर्ता माल्यार्पण करने पहुंचे थे। इस दौरान ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर भी कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे। तभी कांग्रेसियों ने उन्हें देखकर नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेसियों ने विरोध करते हुए बीजेपी के नेताओं पर राष्ट्रपिता के हत्यारे नाथूराम गोडसे का उपासक होने और उन पर सोशल मीडिया के माध्यम से भी बुरा भला कहे जाने के आरोप लगाए हैं। एक तरफ तो पीएम मोदी विदेश में महात्मा गांधी की तारीफ करते हैं और उनकी पार्टी गोडसे की विचारधारा को बढ़ावा दे रही है।

कांग्रेसियों ने बीजेपी नेताओं से कहा है कि वह या तो हत्यारे की विचारधारा को चुने या फिर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा को चुने। गांधी जयंती के मौके पर कांग्रेसियों की ओर से अचानक हुए इस तरह के विरोध और नारेबाजी को बीजेपी सांसद विवेक शेजवलकर ने उनकी ओछी हरकत बताया है और कहा है कि उन्हें और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को किसी के भी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने रामराज और सुशासन की जो कल्पना की थी, सही मायने में उनके सपने को गढ़ने का काम बीजेपी ने किया है।