Edited By meena, Updated: 08 Oct, 2020 06:25 PM
राजा गए, रजवाड़े गए, लेकिन राजशाही अभी भी बरकरार है...मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराकर बीजेपी को सिरमौर बनाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मानो कुछ इसी तरह की तस्वीर पेश कर रहे हैं। सिंधिया ने अपना दल बदल लिया। दिल बदल लिया लेकिन अपनी वह...
मुरैना(गिर्राज शर्मा): राजा गए, रजवाड़े गए, लेकिन राजशाही अभी भी बरकरार है...मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराकर बीजेपी को सिरमौर बनाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मानो कुछ इसी तरह की तस्वीर पेश कर रहे हैं। सिंधिया ने अपना दल बदल लिया। दिल बदल लिया लेकिन अपनी वह शैली नहीं बदल पा रहे, जो उनकी पहचान रहा करती थी यह सब उसी की एक झलक है, जहां वह बीजेपी कार्यकर्ता से खुद को महाराज बुलवाना चाह रहे हैं।
दरअसल सिंधिया अपने समर्थक बीजेपी प्रत्याशी गिर्राज दंडोतिया के कार्यालय उदघाटन में पहुंचे थे। वहां पहले उन्होंने पोलिंग बूथ कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान कहा कि देखो तुम्हारा नाम खुद महाराज सिंधिया लिख रहे है तो वही इस दौरान एक कार्यकर्ता की धीमी आवाज आने पर फिर सिंधिया ने कहा कि जोर से बोलो-महाराज मेरा ये नाम है।
सिंधिया ने जैसे ही खुद को महाराज कहलवाने पर जोर डाला, तो वहां अपनी गुगली लेकर तैयार बैठा विपक्षी खेमा भी एक्शन में आ गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, कि जनता से सिंधिया को जमीन पर ला दिया है। फिर भी ठसक बरकरार है।