Edited By Vikas kumar, Updated: 17 Mar, 2019 06:12 PM
मध्यप्रदेश में मंडला जिला देश के पहले जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान के लिए जाना जाता है। हम बात करें राजनीति की तो मंडला लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है। मंड....
मंडला: मध्यप्रदेश में मंडला जिला देश के पहले जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान के लिए जाना जाता है। हम बात करें राजनीति की तो मंडला लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है। मंडला लोकसभा सीट कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी। अगर 2009 के चुनाव को छोड़ दिया जाए तो पिछले कुछ चुनावों से यह सीट भाजपा के ही कब्जे में रही है। बीजेपी को जितनी बार भी इस सीट पर जीत मिली तो पूर्व केंद्रीय मंत्री फगन सिंह कुलस्ते के कारण ही मिली है। फगन सिंह कुलस्ते यहां से पांच बार सांसद रह चुके हैं।
मंडला लोकसभा का इतिहास
वर्ष 1957 में पहली बार मंडला में लोकसभा चुनाव हुआ। इस चुनाव में कांग्रेस के मंगरुबाबू उईके ने जीत हासिल की थी। इसके बाद से मंगरूबाबू यहां से 1962,1967 और 1971 के चुनाव में भी जीत हासिल कर संसद तक पहुंच रहे। लेकिन 1977 में उन्हें यहां से हार का सामना करना पड़ा था। भारतीय लोकदल ने यह सीट कांग्रेस के हाथ से छीन ली थी। लेकिन इसके महज 3 वर्षों के बाद 1980 में कांग्रेस ने फिर से वापसी की, जिसके बाद 1991 तक यह सीट कांग्रेस के पास रही।
1996 से बीजेपी का शासन
इसके बाद 1996 से 2004 तक यहां पर सिर्फ फगन सिंह कुलस्ते का जादू चला और वे लगातार यहां से सांसद चुने गए। लेकिन लोकसभा चुनाव 2009 में वे हार गए। परंतु 2014 में मोदी लहर में इन्हे जीत हासिल हुई और यहां से एक बार फिर सांसद बने। मंडला लोकसभा सीट पर बीजेपी को 5 चुनावों में जीत मिली है औऱ पांचों बार ही फगन सिंह कुलस्ते ही यहां से सांसद रहे हैं। बीजेपी को यहां पर जीत नसीब हुई है। मंडला लोकसभा सीट पर कांग्रेस को सबसे ज्यादा 9 बार, बीजेपी को 5 बार जीत मिली है। वर्तमान में मंडला में कांग्रेस की लहर है क्योंकि यहां की 8 विधानसभा में 6 पर कांग्रेस तो 2 पर बीजेपी का कब्जा है।
2011 की जनगणना के मुताबिक मंडला की जनसंख्या 27 लाख 58 हजार 336 है। यहां की 8.7 फीसदी आबादी शहरी और 91.3 फीसदी आबादी ग्रामीण क्षेत्र में रहती है। मंडला में अनुसूचित जनजाति के लोगों की आबादी अच्छी खासी है। यहां 7.67 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति और 52.3 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति के लोगों की है। चुनाव आयोग के आंकड़े के अनुसार 2014 में इस सीट पर 18,24,424 मतदाता थे। जिसमें से 9,25,971 पुरुष मतदाता तो 8,94,893 महिला मतदाता थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर 66.79 फीसदी मतदान हुआ था।
लोकसभा चुनाव 2014
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में फगन सिंह कुलस्ते ने कांग्रेस के ओमकार सिंह को हराया था। इस चुनाव में कुलस्ते को 5,85,720 वोट मिले थे तो वहीं ओमकार सिंह को 4,75,521 वोट मिले थे।
लोकसभा उम्मीदवार
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राजनीतिक दल
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वोट
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वोट प्रतिशत
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फगन सिंह कुलस्ते
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बीजेपी
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5,85,720
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42.21%
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ओमकार सिंह
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कांग्रेस
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4,75,251
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39.93%
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अनुज गंगा सिंह
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जीजीपी
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56,572
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4.75%
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लोकसभा चुनाव 2009
वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो लगातार जीतते आ रहे बीजेपी के फगन सिंह कुलस्ते को हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस के बासोरी सिंह को 3,91,113 वोट मिले थे। वहीं कुलस्ते को 3,26,080 वोट मिले थे।
लोकसभा उम्मीदवार
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राजनीतिक दल
|
वोट
|
वोट प्रतिशत
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बासोरी सिंह
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कांग्रेस
|
3,91,133
|
45.50%
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फगन सिंह कुलस्ते
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बीजेपी
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3,26,080
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37.94%
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जल्सो धुर्वे
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बसपा
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24,603
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2.86%
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बता दें कि मध्य प्रदेश का मंडला जिला आदिवासी बहुल इलाका है। इस इलाके के लोग कृषि पर सबसे ज्यादा निर्भर रहते हैं। मंडला लोकसभा में आज तक किसी भी महिला उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया है।