Edited By meena, Updated: 25 Jun, 2020 07:05 PM
राजनीतिक में अपना रसूख रखने वाले नेता और मंत्रियों को सिर्फ आवभगत से मतलब होता है ना कि इस बात से कि आवभगत करने वाला व्यक्ति किस स्तर का है फिर चाहे मंत्रियों को सर आंखों बैठाने वाला कोई बड़ा अपराधी जिसने लगभग डेढ़ साल से ज्यादा का समय जेल की...
इंदौर: राजनीतिक में अपना रसूख रखने वाले नेता और मंत्रियों को सिर्फ आवभगत से मतलब होता है ना कि इस बात से कि आवभगत करने वाला व्यक्ति किस स्तर का है फिर चाहे मंत्रियों को सर आंखों बैठाने वाला कोई बड़ा अपराधी जिसने लगभग डेढ़ साल से ज्यादा का समय जेल की कालकोठरी में गुजारा हो। राजनेताओं की इस शैली से जुड़ी एक ऐसी ही तस्वीर इंदौर में देखने को मिली। जहां पहुंचे प्रदेश के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का स्वागत किसी और ने नहीं बल्कि व्यापमं घोटाले के आरोपी विनोद भंडारी ने किया।
दरअसल, अस्पतालों में भर्ती कोविड -19 के मरीजों को देखने इंदौर पहुंचे अपने कई कार्यक्रमों में से एक मंत्री जी का कार्यक्रम इंदौर के अरविंदो मेडिकल हॉस्पिटल में भी था जहां उनको कोरोना वार्ड में जाकर मरीजों के हाल-चाल जानने थे तय समय के अनुसार तय कार्यक्रम के चलते स्वास्थ्य मंत्री जैसे ही अरविंदो अस्पताल पहुंचे तो 18 महीने जेल में रहने वाला अस्पताल का मालिक विनोद भंडारी मंत्री जी की आवभगत में लग गया, कुछ समय पहले तक जो शख्स जेल में था जो अभी जमानत पर बाहर आया था। वह गृह मंत्री के साथ रहा और जमकर फोटो भी खिचवाए। इस दौरान प्रदेश सरकार के मंत्री तुलसी सिलावट और कई बड़े अफसर भी मौजूद रहे।
कौन है विनोद भंडारी बीते सालों मध्यप्रदेश में सामने आए सबसे बड़े शिक्षा घोटाले यानी व्यापमं घोटाले में विनोद भंडारी आरोपी था। इसमें उनके बेटे का नाम भी शामिल है। विनोद भंडारी और उनके बेटे पर फर्जी तरीके से कई मुन्ना भाइयों की फौज तैयार करने का आरोप लगा था। इस मामले में भंडारी को 18 महीने जेल भी हो चुकी है। फिलहाल वह जमानत पर बाहर है।