Edited By meena, Updated: 23 Nov, 2024 07:16 PM
धरती पर यूं ही मां को भगवान का दर्जा नहीं दिया गया है। बड़ी से बड़ी मुसीबत से मां अपने बच्चे को चुटकी में निकाल लाती है...
शहडोल (कैलाश लालवानी) : धरती पर यूं ही मां को भगवान का दर्जा नहीं दिया गया है। बड़ी से बड़ी मुसीबत से मां अपने बच्चे को चुटकी में निकाल लाती है। यहां तक कि मां अपने बच्चे को मौत के मुंह से भी बाहर ले आती है और जरूरत पड़ने पर यमराज से भी लड़ जाती है। ऐसा एक मामला शहडोल संभाग के अनूपपुर जिले से आने आया है, जहां खेल खेल में एक 5 साल का बच्चा साड़ी के फंदे में उलझ गया जिससे उसकी सांसें थम गई। यह देख उसकी मां बच्चे को सीपीआर देकर उसके मुंह जोर जोर फूक मरने लगी जिससे कुछ देर बाद बच्चा उठ खड़ा हुआ, जिसका मेडिकल कॉलेज शहडोल में इलाज चल रहा है। मां का कहना है कि उसने ऐसा मोबाइल पर देखा था जिसका प्रयोग करके उसने अपने बच्चे को बचा लिया।
आदिवासी बाहुल्य शहडोल संभाग के अनूपपुर जिले के संजयनगर में रहने वाली पिंकी कुशवाहा के पति गोलगप्पे के रेहड़ी लगाते हैं, उनके तीन संतान है, जिसमें उनका सबसे छोटा 5 साल का बेटा शिवांश कुशवाहा घर में खेल रहा था। इसी दौरान घर के आंगन में अन्य कपड़ों के साथ एक साड़ी डाली थी, जिसमें बच्चा खेल खेल में उस साड़ी में उलझ गया जिससे साड़ी उसके गले में फांसी का फंदा की तरह फंस गई, जिससे बच्चे की सांसें थम गई।
वही पास ही काम कर रही मां ने जब यह नजारा देखा तो वह कांप उठी और बच्चे को हिलाया डुलाया जब नहीं उठा तो उसने पहले बच्चे को सीपीआर दिया जोर जोर से उसके छाती में दबाया इतने में भी जब बच्चे में कोई हरकत नहीं हुई तो वह बच्चे के मुंह में जोर जोर से फूक मरने लगी जिसके कुछ देर बाद बच्चा उठ खड़ा हुआ। यह नजारा देख उसके पड़ोसी व उसका परिवार खुशी झूम उठा, बच्चे को आनन फानन में उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज शहडोल में भर्ती कराया गया। जहां बच्चा इलाज के बाद अब पूर्णतः स्वस्थ है। तो ऐसे एक मां सीपीआर देकर अपने जिगर के टुकड़े को यमराज के मौत के मुंह छीन लाई। मां का कहना है कि उसने ये सब मोबाइल पर देखा था, जिसे आपातकाल अपने बच्चे पर प्रयोग किया और वह सफल रही।