Edited By suman, Updated: 30 May, 2019 05:01 PM
वायपेयी सरकार में कोयला राज्य मंत्री रह चुके बीजेपी के कद्दावर नेता प्रह्लाद पटेल एक बार फिर मंत्री बन रहे हैं। प्रह्लाद पटेल मध्य प्रदेश के दमोह से चुनाव जीते थे। मध्य प्रदेश में बीजेपी ने एक तरह से क्लीन स्वीप किया था। यहां की 29 में से 28 सीटें...
भोपाल: वायपेयी सरकार में कोयला राज्य मंत्री रह चुके बीजेपी के कद्दावर नेता प्रह्लाद पटेल एक बार फिर मंत्री बन रहे हैं। प्रह्लाद पटेल मध्य प्रदेश के दमोह से चुनाव जीते थे। मध्य प्रदेश में बीजेपी ने एक तरह से क्लीन स्वीप किया था। यहां की 29 में से 28 सीटें बीजेपी के हिस्से रही थीं। पिछली लोक सभा में राज्य से सुषमा स्वराज, नरेंद्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत और वीरेंद्र कुमार को मंत्री पद मिला था।
पटेल को जनता से जुड़े नेताओं में शुमार किया जाता है। उनका जन्म 28 जून 1960 को नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव तहसील में हुआ था। करीब डेढ़ दशक पहले पैदल नर्मदा यात्रा कर चुके हैं। पटेल को अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार में जगह मिली थी। तब उन्हें कोयला मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया गया था। पटेल चार बार सांसद रह चुके हैं। 1999 में बीजेपी के टिकट पर मध्य प्रदेश के बालाघाट से लोकसभा का चुनाव जीता था।पेशे से अधिवक्ता पटेल असंगठित मजदूर संघ के अध्यक्ष और बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं।
भारी मतों से की जीत हासिल
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया और दमोह से टिकट दिया. वो जीतकर संसद पहुंचे। इस बार फिर दमोह सीट से चुनाव लड़े और फिर से जीतकर आए। वो खुद लोधी जाति से हैं और दमोह लोधी बाहुल्य होने के कारण उन्हें इसका पूरा फायदा मिला। इस बार चुनाव की ताकत ये रही कि लोधियों के साथ कुर्मी वोट बैंक में भी ये सेंध लगाने में कामयाब रहे। पटेल ने 3 लाख 53 हज़ार 411 वोट से जीत हासिल की। प्रह्लाद पटेल राजनीति के साथ सामाजिक क्षेत्र में भी सक्रिय हैं।