Edited By Vikas kumar, Updated: 15 Aug, 2019 10:22 AM
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कमलनाथ सरकार के मीसाबंदियों को आमंत्रित नहीं करने के फैसले पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते...
भोपाल: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कमलनाथ सरकार के मीसाबंदियों को आमंत्रित नहीं करने के फैसले पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार का मीसाबंदियों को आमंत्रित नहीं करने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है।
शिवराज ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए मीसाबंदियों ने घनघोर यातनाएं सहीं। उन्ही के संघर्ष के कारण लोकतंत्र फिर से बहाल हुआ। इसीलिए मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने ऐसे लोगों को सम्मानित करने का फैसला किया था, प्रदेश की कमलनाथ सरकार को भी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इसे जारी रखना चाहिए। शिवराज ने कहा कि मीसाबंदियों का जिक्र आने से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी कटघरे में खड़ी होती हैं, हो सकता है कि इसीलिए कमलनाथ सरकार ने मीसाबंदियों को आमंत्रित न करने का फैसला लिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा बीजेपी ने तय किया है कि अलग-अलग जिलों में होने वाले बीजेपी के कार्यक्रमों में मीसाबंदियों को आमंत्रित कर सम्मान किया जाएगा। राज्य में पूर्ववर्ती भारतीय जनता पार्टी सरकार के कार्यकाल के दौरान मीसाबंदियों को स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस समारोह में आमंत्रित किया जाता था। बता दें कि जानकारी के मुताबिक इस बार स्वतंत्रता दिवस में मीसाबंदियों को सम्मानित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा आमंत्रित नहीं किया गया है।