Edited By meena, Updated: 23 Oct, 2020 06:50 PM
इन दिनों देशभर में नवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा और हर कोई मां भवानी की आराधना में लीन है और जहां सरकार बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं को महत्व देकर, लोगों को जागरूक करने के लिए तरह तरह के कार्यक्रम आयोजित करती रही है वहीं इन सब बातों को दरकिनार करते...
आष्टा(रायसिंह मालवीय): इन दिनों देशभर में नवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा और हर कोई मां भवानी की आराधना में लीन है और जहां सरकार बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं को महत्व देकर, लोगों को जागरूक करने के लिए तरह तरह के कार्यक्रम आयोजित करती रही है वहीं इन सब बातों को दरकिनार करते हुए सीहोर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें पत्नी ने भ्रूण लिंग परीक्षण करवाने से मना किया तो पति उसको इतना पीटा की उसे अस्पताल ले जाना पड़ा। महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
मामला आष्टा तहसील के पार्वती थाने के ग्राम रूपेटा का है। जहां सीमा बाई को उसके पति लखन सिंह ने इसलिए मारा कि सीमा ने भ्रूण लिंग परीक्षण करवाने से मना कर दिया था। पति उस पर दवाब बना रहा था कि अगर लड़की हुई तो अबॉर्शन करवा लेंगे, बस इसी बात से सीमा ने इंकार कर दिया था। जिस पर पति भड़क उठा और पत्नी की पिटाई कर दी। पुलिस ने पीड़िता सीमा बाई की शिकायत पर मारपीट का मामला दर्ज किया।
वही आष्टा SDOP मोहन सारवान पूरे मामले पर बताया कि महिला के बयानों के आधार पर मारपीट का मामला दर्ज किया गया है, बाकी जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई होगी। मामले चाहे जो भी लेकिन सवाल यह है कि शासन द्वारा भ्रूण लिंग की जांच तो गैरकानूनी है फिर पर्दे के पीछे इस सारे खेल के पीछे कौन है? जांच कौन और कहां करवाता है?