Edited By meena, Updated: 11 Jul, 2025 07:06 PM

डबरा गुरुवार दोपहर हुई महज एक घंटे की जोरदार बारिश ने डबरा नगर की बदहाल व्यवस्था की पोल खोल दी...
डबरा (भरत रावत) : डबरा गुरुवार दोपहर हुई महज एक घंटे की जोरदार बारिश ने डबरा नगर की बदहाल व्यवस्था की पोल खोल दी। नगर के मुख्य बाजार, पुलिस कर्मियों के क्वार्टर, रेस्टहाउस, तहसील परिसर और आसपास के रिहायशी इलाकों में पानी भर गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश थमने के बाद शहर की तस्वीर मानों किसी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र जैसी नजर आई। घरों में घुसा पानी, सड़कों पर रुक-रुक कर बहता गंदा जल और जगह-जगह जाम हालात। यह सब नगर पालिका की लापरवाही और कुप्रबंधन की जीती-जागती मिसाल बनकर सामने आया।
अतिक्रमण बना जलभराव की जड़
डबरा नगर के कई हिस्सों में नालों और नालियों पर अवैध अतिक्रमण वर्षों से बना हुआ है। इसके कारण पानी की निकासी बाधित रहती है और हल्की बारिश में ही जलभराव की स्थिति बन जाती है। स्थानीय लोग बार-बार इसकी शिकायत करते आए हैं, लेकिन प्रशासन की नींद अब तक नहीं टूटी है। नगरवासी बताते हैं कि हर साल बारिश के मौसम में यही हाल होता है, लेकिन नगरपालिका और तहसील प्रशासन केवल आश्वासन देकर रह जाता है। अतिक्रमणकारियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती।

जनजीवन अस्त-व्यस्त, संकट में जीवन यापन
शहर के सुभाष गंज, नेहरू चौक, रेलवे रोड, पुराना बस स्टैंड और सिविल लाइन जैसे इलाकों में घरों में पानी घुस गया। इससे लोगों के फर्नीचर, राशन और दैनिक उपयोग की वस्तुएं खराब हो गईं। कई लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा। बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नालियों से निकले कीचड़ और बदबूदार पानी ने बीमारियों के खतरे को भी बढ़ा दिया है।

जनता का सवाल: जिम्मेदार कौन?
बारिश के बाद सोशल मीडिया पर नगर पालिका प्रशासन की तीखी आलोचना हो रही है। लोग पूछ रहे हैं कि क्या नगर पालिका सिर्फ ठेकेदारों को भुगतान करने और दिखावे के कामों में ही व्यस्त है?