Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 20 Mar, 2019 02:27 PM
जिले के गांव पुनासा में रहने वाले 36 इंच के धनेश राजवैद्य ने कभी सोचा भी न होगी कि उसका इंतजार अपनी ही लंबाई की दुल्हन पर खत्म होगा। बेशक पिछले 10 वर्ष से धनेश अपने लिए दुल्हन की तलाश कर रहे थे लेकिन कहते हैं कि जोड़ियां उपर से बनकर आती है और उसकी...
खंडवा: जिले के गांव पुनासा में रहने वाले 36 इंच के धनेश राजवैद्य ने कभी सोचा भी न होगी कि उसका इंतजार अपनी ही लंबाई की दुल्हन पर खत्म होगा। बेशक पिछले 10 वर्ष से धनेश अपने लिए दुल्हन की तलाश कर रहे थे लेकिन कहते हैं कि जोड़ियां उपर से बनकर आती है और उसकी परफैक्ट जोड़ी लंबे इंतजार के बाद बन गई। क्योंकि पढ़े लिखे होने के साथ-साथ धनेश के पास अच्छी सरकारी नौकरी भी है लेकिन उसकी सबसे बड़ी कमी उसकी उंचाई थी जो कि सिर्फ तीन फीट यानी 36 इंच है।
धनेश ने बताया कि अपनी ही ऊंचाई की लड़की ढूंढना उनके लिए बड़ी चुनौती थी। अपने पांच भाई-बहनो में धनेश उम्र में तो सबसे छोटे थे ही, कद में भी छोटे रह गए। हैरानी की बात है कि उनकी तीन बड़ी बहनें और एक भाई सामान्य कद काठी के हैं। पुनासा में रहकर ही स्कूली शिक्षा के बाद उन्होंने ग्रेजुएशन किया फिर हिन्दी में एमए इसके बाद बीएड और पीजीडीसीए भी किया। उनकी इच्छा शिक्षा विभाग में सेवाएं देने की थी, लेकिन उन्हें पंचायत सचिव के पद पर नौकरी मिल गई। इतना सब कुछ होने के बाद भी उसके जीवन में खालीपन था। उसने निराश होने की वजाय अपनी तलाश जारी रखी।
एक दिन बड़वानी जिले के मडवाणा गांव से एक व्यक्ति पुनासा में रहने वाले अपने मित्र मंशाराम कुशवाह से मिलने आए। उन्होंने यहां धनेश को देखा तो बताया कि इतनी ही ऊंचाई की युवती हमारे गांव में भी है। मंशाराम ने बात चलाई। युवती के नाना ने धनेश और चेतना को मिलवाया। संतुष्ट होते ही दोनों विवाह के लिए राजी हो गए। 12 मार्च को दोनों परिणय बंधन में बंध गए।