Edited By Himansh sharma, Updated: 26 Dec, 2025 03:03 PM

इंदौर जिले में पुलिस के साथ बदसलूकी करने के मामले में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सोनू वर्मा ने आखिरकार अपनी गलती स्वीकार कर ली है।
इंदौर। (सचिन बहरानी): मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में पुलिस के साथ बदसलूकी करने के मामले में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सोनू वर्मा ने आखिरकार अपनी गलती स्वीकार कर ली है। वायरल वीडियो के बाद बढ़ते दबाव और पुलिस की सक्रियता के चलते सोनू वर्मा स्वयं इंदौर क्राइम ब्रांच कार्यालय पहुंचा, जहां उसने एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया से मुलाकात कर माफी मांगी।
माफी मांगते हुए सोनू वर्मा ने कहा कि पुलिस हमेशा आम नागरिकों की मदद करती है और भावनाओं में बहकर उससे यह गलती हो गई। उसने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में वह कभी भी पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी नहीं करेगा और कानून का सम्मान करेगा।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सोनू वर्मा ने यह भी स्वीकार किया कि सोशल मीडिया पर लोकप्रियता होने के बावजूद कानून सभी के लिए समान है और किसी को भी नियम तोड़ने का अधिकार नहीं है।

गौरतलब है कि हाल ही में इंदौर में हुए एक सड़क हादसे के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी के साथ सोनू वर्मा द्वारा बदतमीजी किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। वीडियो में पुलिसकर्मी के साथ अभद्र व्यवहार और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप सामने आए थे, जिसके बाद मामला चर्चा में आ गया और पुलिस प्रशासन ने संज्ञान लिया।
एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने पूरे मामले की जानकारी हीरानगर थाना पुलिस को सौंप दी है। उनके अनुसार, सोनू वर्मा से अब हीरानगर पुलिस सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में पूछताछ करेगी। उन्होंने बताया कि यह अपराध सात वर्ष से कम सजा की श्रेणी में आता है, इसलिए नियमानुसार आरोपी को नोटिस देकर पूछताछ के बाद छोड़ा जा सकता है।
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह आम नागरिक हो या सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर। यह मामला एक बार फिर यह संदेश देता है कि सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि मिलने से कोई भी कानून से ऊपर नहीं हो जाता। पुलिस का सम्मान करना और सरकारी कार्यों में सहयोग देना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।