Edited By Vikas Tiwari, Updated: 05 Mar, 2023 12:04 PM
मंडला में नौकरी दिलाने के नाम पर पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 3 को गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी आईपीएस बनकर आदिवासी छात्रों को रेलवे में नौकरी लगान के सपने दिखा रहा था।
मंडला (अरविंद सोनी): फर्जी आईपीएस (Fake IPS) के नाम पर आदिवासी महिलाओं और लड़कियों (Tribal woman and girl) से पैसे वसूलने का मामला सामने आया है। आरोपी रेलवे (indian railway) में नौकरी के नाम पर लाखों रुपये वसूल रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी मोबाइल के माध्यम से लोगों को नौकरी का झांसा देता था। आरोपी मोबाइल पर ही एग्जाम करा के दिल्ली ले जा रहा था। मंडला कोतवाली में शिकायत के बाद पुलिस ने दो अन्य आरोपी के साथ गिरफ्तार किया है।
नौकरी का प्रलोभन देकर ऐठे लाखों रुपये
एएसपी गजेन्द्र कवर ने बताया कि मंडला जिले में फर्जी अधिकारी बनकर आदिवासी लोगों को शिकार बनाया जा रहा है। वहीं आदिवासी बेल्ट में कभी मजदूरी के नाम पर तो कभी किसी काम को लेकर दूसरे प्रदेश पहुंचाया जा रहा है। पिछड़े क्षेत्र की युवा पीढ़ी पढ़ाई कर रही है, उन्हें नौकरी के नाम पर प्रलोभन देकर पैसा ले लिया और यह रुपया लाखों में है। खास बात यह है कि पीड़ित और आरोपी घुघरी ब्लॉक के रहने वाले हैं। मामला संज्ञान में उस वक्त आया जब पीड़ित लड़कियां मंडला में एक किराए के मकान में रह रही थी और मकान मालिक ने उन्हें समझाया और मंडला कोतवाली में शिकायत करने को कहा जिसके बाद मंडला पुलिस ने आनंद परते उर्फ मनीष को गिरफ्तार किया है।