Edited By Desh sharma, Updated: 19 Aug, 2025 08:04 PM

बालाघाट से एक ऐसा मामला सामने आया है जो मां की ममता की कहानी बयान कर रहा है...
बालाघाट (हरीश लिल्हारे): बालाघाट से एक ऐसा मामला सामने आया है जो मां की ममता की कहानी बयान कर रहा है। यहां पर एक बूढ़ी मां ने अपनी नक्सली बेटी से घर लौट आने की भावुक अपील की है। ग्राम राशिमेटा की रहने वाली 80 साल की बुजुर्ग मां चम्बे बाई पंन्द्रे ने अपनी नक्सली बेटी संगीता पंद्रे से उसके लिए घर लौट आने को कहा है । लाखों रुपए की इनामी बेटी से मां की अपील है कि वो घर आ जाए ।
दरअसल नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में पुलिस ने एक शानदार पहल की है । जिले के हर थाना क्षेत्र में एकल सुविधा केंद्र खोले गए हैं, जहां बैगा आदिवासियों के आधार कार्ड, मूल निवासी, जाति प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं । सेवा के लिए स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जा रहे हैं। ऐसा ही एक शिविर नक्सली प्रभावी सोनगुड्डा में भी आयोजित हुआ ।
इसी शिविर में एक 80 साल की बुजुर्ग महिला भी आंखों की जांच करने पहुंची थी। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि बुजुर्ग महिला लाखों रुपए की ईनामी नक्सली संगीता की मां है । पुलिस विभाग ने संगीता की मां के मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराया है । चमवेबाई अब देख सकती है और अब वो अपनी आंखों से अपनी बेटी को देखना चाहती है । मां ने नक्सली बेटी से अपील की है कि बेटी तू घर आ जा, मेरे साथ रहना, हिंसा का रास्ता छोड़कर साथ रहेंगें।
वहीं पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने कहा है कि समाज के हर व्यक्ति को ये भरोसा होना चाहिए कि प्रशासन उनके साथ है। ये मेसेज संगीता तक जाएगा तो उम्मीद है कि उसकी मां खुद उसको सरेंडर करवाएगी। हम नक्सलियों से लगातार हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील कर रहें। लिहाजा अब देखना होगा कि बूढ़ी मां की ये भावुक अपील नक्सली संगीता को पिघला पाती है या नहीं!