Edited By meena, Updated: 19 Aug, 2025 02:09 PM

मध्य प्रदेश के बहुचर्चित अर्चना तिवारी मिसिंग केस में एक नया खुलासा हुआ है...
भोपाल : मध्य प्रदेश के बहुचर्चित अर्चना तिवारी मिसिंग केस में एक नया खुलासा हुआ है। कटनी जिले की रहने वाली 29 वर्षीय अर्चना तिवारी पिछले 13 दिनों से लापता है। वह इंदौर में सिविल जज की तैयारी कर रही थीं। 7 अगस्त को इंदौर से कटनी के लिए नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होने के बाद बेहद रहस्यमयी ढंग से लापता हुई अर्चना तिवारी केस में पुलिस को दो अहम सुराह मिले हैं। एक तो इस केस से ग्वालियर के कॉस्टेबल का कनेक्शन सामने आ रहा है, वही दूसरा उसके परिवार ने दावा किया है कि अर्चना सकुशल है और उसने आज मां से फोन कॉल पर बात की है, हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि अर्चना ने कहां से कॉल किया और वह इस वक्त कहां है?
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अर्चना तिवारी मिसिंग केस में बड़ा ट्विस्ट! ग्वालियर के आरक्षक ने करवाया था ट्रेन का टिकट
जानकारी के मुताबिक, कांस्टेबल राम तोमर जो ग्वालियर के भंवरपुरा थाने में तैनात है, ने अर्चना तिवारी का इंदौर से ग्वालियर तक का ट्रेन टिकट बुक कराया था। इस खुलासे के बाद ग्वालियर रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने आरक्षक राम तोमर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। खास बात यह कि पूछताछ में राम तोमर ने टिकट बुक करने की बात स्वीकार की है। हालांकि उसका दावा है कि अर्चना ने इस टिकट का इस्तेमाल ही नहीं किया। पूछताछ में यह भी पता चला है कि राम तोमर और अर्चना ने टिकट बुकिंग से पहले फोन पर बात की थी। इसका सीधा मतलब यह हुआ कि दोनों एक दूसरे के संपर्क में रहे हैं और एक दूसरे को जानते हैं। हालांकि मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। फिलहाल पुलिस की आगामी कार्रवाई जारी है।
नर्मदापुरम से पहले बंद हो गया अर्चना का मोबाइल
7 अगस्त को इंदौर से निकली अर्चना तिवारी भोपाल तक परिवार से संपर्क में रही। इसके बाद अचानक उसका मोबाइल नर्मदापुरम के पास नर्मदा नदी पुल के पहले बंद हो गया। कटनी पहुंचना तो दूर, अर्चना ट्रेन से कहीं उतरी भी नहीं।

भोपाल तक अपनी सीट पर ही दिखी थी अर्चना
हादसे के बाद पुलिस की जांच में सामने आया था कि अर्चना भोपाल तक ट्रेन में अपनी सीट पर ही थी। लेकिन उसके बाद वह रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। कटनी पहुंचने से पहले जब परिजनों ने उसे फोन किया तो उसका फोन बंद आया। अर्चना कटनी में नहीं उतरी तो तत्काल ही उमरिया के रिश्तेदारों को फोन किया गया। नर्मदा एक्सप्रेस जब उमरिया में रुकी तो जिस सीट पर अर्चना बैठी थी, वहां उसका बैग मिला। बता दें कि अर्चना की तलाश में मध्य प्रदेश पुलिस, जीआरपी और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें भोपाल, इटारसी, जबलपुर और कटनी में तलाशी अभियान चला रही थी।