Edited By meena, Updated: 19 Aug, 2025 11:46 AM

मध्य प्रदेश के बहुचर्चित अर्चना तिवारी मिसिंग केस में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है...
भोपाल: मध्य प्रदेश के बहुचर्चित अर्चना तिवारी मिसिंग केस में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। कटनी जिले की रहने वाली 29 वर्षीय अर्चना तिवारी पिछले 13 दिनों से लापता है। वह इंदौर में सिविल जज की तैयारी कर रही थीं। 7 अगस्त को इंदौर से घर के लिए निकली, लेकिन रहस्यमय ढंग से लापता हो गई। अर्चना को ढूंढने के लिए मध्य प्रदेश की पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है। अब इस मामले में ग्वालियर के एक पुलिस आरक्षक का नाम सामने आया है।
ग्वालियर से कनेक्शन
जानकारी के मुताबिक, राम तोमर नाम के आरक्षक जो ग्वालियर के भंवरपुरा थाने में तैनात है, ने अर्चना तिवारी का इंदौर से ग्वालियर तक का ट्रेन टिकट बुक कराया था। इस खुलासे के बाद ग्वालियर रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने आरक्षक राम तोमर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। खास बात यह कि पूछताछ में राम तोमर ने टिकट बुक करने की बात स्वीकार की है। हालांकि उसका दावा है कि अर्चना ने इस टिकट का इस्तेमाल ही नहीं किया। पूछताछ में यह भी पता चला है कि राम तोमर और अर्चना ने टिकट बुकिंग से पहले फोन पर बात की थी। इसका सीधा मतलब यह हुआ कि दोनों एक दूसरे के संपर्क में रहे हैं और एक दूसरे को जानते हैं। हालांकि मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। फिलहाल पुलिस की आगामी कार्रवाई जारी है।
नर्मदापुरम से पहले बंद हो गया अर्चना का मोबाइल
7 अगस्त को इंदौर से निकली अर्चना तिवारी भोपाल तक परिवार से संपर्क में रही। इसके बाद अचानक उसका मोबाइल नर्मदापुरम के पास नर्मदा नदी पुल के पहले बंद हो गया। कटनी पहुंचना तो दूर, अर्चना ट्रेन से कहीं उतरी भी नहीं।

भोपाल तक अपनी सीट पर ही दिखी थी अर्चना
हादसे के बाद पुलिस की जांच में सामने आया था कि अर्चना भोपाल तक ट्रेन में अपनी सीट पर ही थी। लेकिन उसके बाद वह रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। कटनी पहुंचने से पहले जब परिजनों ने उसे फोन किया तो उसका फोन बंद आया। अर्चना कटनी में नहीं उतरी तो तत्काल ही उमरिया के रिश्तेदारों को फोन किया गया। नर्मदा एक्सप्रेस जब उमरिया में रुकी तो जिस सीट पर अर्चना बैठी थी, वहां उसका बैग मिला।

सवाल अब भी वही- जमीन खा गई या आसमां निगल गया
बता दें कि अर्चना की तलाश में मध्य प्रदेश पुलिस, जीआरपी और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें भोपाल, इटारसी, जबलपुर और कटनी में तलाशी अभियान चला रही हैं। इसके अलावा, मिडघाट के जंगलों में भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि हो सकता है कि अर्चना ट्रेन से कहीं गिर गई हो। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और सहयात्रियों से पूछताछ के आधार पर जांच कर रही है। मामले में अब बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि क्या क्या अर्चना तिवारी जंगल में गिरी? क्या वह किसी हादसे की शिकार हुई? इन सवालों का जवाब अब तक सब कुछ रहस्य बना हुआ है।