Edited By meena, Updated: 09 Dec, 2022 03:52 PM

प्रदेश में अलग-अलग स्थानों और पदों के नाम बदलने का दौर शुरू हो चुका है, जिसको लेकर कांग्रेस के पूर्व शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि नाम बदलने से अगर किसी चीज की गुणवत्ता
इंदौर(सचिन बहरानी): प्रदेश में अलग-अलग स्थानों और पदों के नाम बदलने का दौर शुरू हो चुका है, जिसको लेकर कांग्रेस के पूर्व शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि नाम बदलने से अगर किसी चीज की गुणवत्ता में बदलाव आता है तो यह नाम बदलना सही है, लेकिन नाम बदलने के पूर्व उसकी व्यवस्था और गुणवत्ता में सुधार लाना चाहिए।
दरअसल, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के द्वारा प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय में पदस्थ कुलपति के पदों के नाम परिवर्तित कर उसे कुलगुरु करने की कवायद शुरू की थी, जिसके बाद से ही कांग्रेस को इस को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है। वहीं कुलपति को कुल गुरु के नाम से कहे जाने को लेकर पूर्व मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की एक सोच है कि वह वर्तमान और भविष्य में नहीं बल्कि इतिहास में जीना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि अगर नाम बदलने से अगर शिक्षा अच्छी होती हो या फिर नाम बदलने से उच्च शिक्षा का स्तर पूरे देश में बढ़ता है, तो यह नाम बदलना ठीक है। लेकिन अगर नाम बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ता, तो इस तरफ लोगों को मूर्ख बनाना बंद करें, क्योंकि कुलपति नाम भी देश के लोगों ने रखा था और अब कुलगुरू करने से भी उन्हें कोई समस्या नहीं है, लेकिन इससे मध्य प्रदेश का मस्तक उच्च शिक्षा में ऊंचा नहीं होगा।