Edited By Himansh sharma, Updated: 29 Dec, 2025 10:50 PM

छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा अपनी 11 सूत्रीय प्रमुख मांगों के समर्थन में 29 दिसंबर से प्रदेशव्यापी तीन दिवसीय हड़ताल की शुरुआत कर दी गई है।
खैरागढ़। (हेमंत पाल): छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा अपनी 11 सूत्रीय प्रमुख मांगों के समर्थन में 29 दिसंबर से प्रदेशव्यापी तीन दिवसीय हड़ताल की शुरुआत कर दी गई है। काम बंद कलम बंद आंदोलन के चलते खैरागढ़ सहित पूरे जिले में शासकीय कार्यालयों का कामकाज पूरी तरह से ठप नजर आया। ब्लॉक कार्यालयों से लेकर जिला मुख्यालय तक सन्नाटा पसरा रहा और आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जिले में फेडरेशन के जिला संयोजक प्रखर शरण सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों अधिकारी कर्मचारी अंबेडकर चौक पर एकत्रित हुए और जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने अब नई सहिबो अपन हक लेके रहीबो भाजपा सरकार हाय हाय और मोदी की गारंटी पूरी करो जैसे नारे लगाते हुए सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश जाहिर किया।
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन का कहना है कि वर्तमान सरकार को सत्ता में आए दो वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन चुनाव के दौरान कर्मचारियों से किए गए वादे अब तक धरातल पर नहीं उतर पाए हैं। महंगाई भत्ता लंबित है, वेतन विसंगतियों का निराकरण नहीं हुआ है, नियमितीकरण और पुरानी पेंशन योजना जैसे अहम मुद्दों पर सरकार की चुप्पी कर्मचारियों की नाराजगी को और बढ़ा रही है। हड़ताल का सीधा असर जनजीवन के साथ - साथ शिक्षा व्यवस्था पर भी देखने को मिला।
शीतकालीन अवकाश के बाद स्कूल पहुंचे बच्चों को शिक्षकों एवं कर्मचारियों की हड़ताल के कारण बंद स्कूलों से वापस लौटना पड़ा, जिससे अभिभावकों में भी असंतोष देखा गया। कई विभागों में जरूरी प्रमाण पत्र, पेंशन, राजस्व और विकास से जुड़े कार्य पूरी तरह प्रभावित रहे। फेडरेशन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने मांगों पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय नहीं लिया, तो यह आंदोलन और अधिक उग्र रूप ले सकता है। फिलहाल कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की यह हड़ताल 31 दिसंबर तक जारी रहने की घोषणा की गई है।