Edited By Himansh sharma, Updated: 20 Dec, 2025 11:53 AM

रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर मुख्य रेलवे स्टेशन पर घूम रहा एक फर्जी असिस्टेंट लोको पायलट आखिरकार आरपीएफ के हत्थे चढ़ गया।
जबलपुर। रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर मुख्य रेलवे स्टेशन पर घूम रहा एक फर्जी असिस्टेंट लोको पायलट आखिरकार आरपीएफ के हत्थे चढ़ गया। आरोपी न केवल रेलवे की वर्दी में था, बल्कि फॉग डिवाइस और वॉकी-टॉकी जैसे जरूरी उपकरणों के साथ रनिंग स्टाफ की तरह बेधड़क गतिविधियां भी कर रहा था।
हैरानी की बात यह रही कि वर्दी देखकर लॉबी स्टाफ ने भी उसे असली समझ लिया और आवश्यक उपकरण तक इश्यू कर दिए। यह चूक रेलवे की आंतरिक सुरक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
शंटर की सतर्कता से खुला राज
फर्जी असिस्टेंट लोको पायलट इंजन के पास खड़ा होकर शंटर को निर्देश दे रहा था। उसकी गतिविधियां संदिग्ध लगने पर शंटर ने तुरंत आरपीएफ को सूचना दी। मौके पर पहुंची आरपीएफ ने जांच के बाद युवक को हिरासत में ले लिया।
आरोपी की पहचान
गिरफ्तार युवक की पहचान देव शर्मा, निवासी जबलपुर मदनमहल के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि वह लंबे समय से रेलवे परिसर में रनिंग स्टाफ के बीच बेरोक-टोक घूम रहा था, जिससे सुरक्षा में बड़ी सेंध लगने की आशंका जताई जा रही है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
एक फर्जी व्यक्ति का रेलवे ड्रेस पहनकर संवेदनशील क्षेत्रों तक पहुंचना और उपकरण हासिल करना, रेलवे सुरक्षा प्रोटोकॉल की गंभीर खामियों को उजागर करता है। आरपीएफ आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है कि कहीं इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क या साजिश तो नहीं।
आरपीएफ की कार्रवाई जारी
आरपीएफ ने आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू कर दी है। साथ ही स्टेशन पर सुरक्षा प्रक्रियाओं की समीक्षा की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।