Edited By Vikas kumar, Updated: 21 Jul, 2019 04:32 PM

सत्ता में आने से पहले किसानों की हितैषी होने का दावा करने वाली कांग्रेस सत्ता में आते ही किसानों का दुख दर्द भूल बैठी है। चुनाव से पहले सत्ता में आने के लिए किसानों से लोक लुभावन करने...
डबरा: सत्ता में आने से पहले किसानों की हितैषी होने का दावा करने वाली कांग्रेस सत्ता में आते ही किसानों का दुख दर्द भूल बैठी है। चुनाव से पहले सत्ता में आने के लिए किसानों से लोक लुभावन करने वाली कमलनाथ सरकार के शासनकाल में भी किसानों के हालत वैसे ही हैं जैसे पहले थे। खबर आ रही है ग्वालियर से जहां भितरवार क्षेत्र में कर्ज से परेशान होकर एक किसान ने ज़हर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है।

मामला भितरवार क्षेत्र का है। जहां शनिवार के दिन ग्राम ईंटमा में रहने वाले किसान बूटाराम शर्मा पर प्राइवेट बैंक एवं राष्ट्रीयकृत बैंक का कर्ज के होने के कारण उसने जहरीली गोलियां खा कर आत्महत्या कर ली। मृतक के पास जमीन भी ठीक ठाक है लेकिन पिछले 5 साल से फसल अच्छी ना हो पाने के कारण वह लगातार बैंकों के कर्ज में डूबता जा रहा था। बताया जा रहा है कि बूटाराम शर्मा पर बैंको का 15 से 20 लाख रुपए कर्ज बकाया था। जिससे परेशान होकर बूटाराम शर्मा ने जहरीली गोलियां खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।

ऐसे में तमाम सवाल कमलनाथ सरकार पर खड़े हो रहे हैं, क्योंकि किसानों के दम पर ही कांग्रेस प्रदेश में 15 साल बाद वापसी कर पाने में सफल रही है। लेकिन किसानों की आत्महत्याएं तो अभी भी हो रही हैं।