Edited By meena, Updated: 30 Jul, 2025 07:59 PM

बीते 48 घंटों में गुना शहर भीषण जल संकट की चपेट में रहा। लगातार मूसलाधार बारिश ने शहर को पूरी तरह से जलमग्न कर दिया है...
गुना (मिस्बाह नूर) : बीते 48 घंटों में गुना शहर भीषण जल संकट की चपेट में रहा। लगातार मूसलाधार बारिश ने शहर को पूरी तरह से जलमग्न कर दिया है। बाढ़ जैसी स्थिति ने न सिर्फ जन-जीवन को अस्त-व्यस्त किया, बल्कि तीन अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की जान भी चली गई। इस आपदा के बीच कई मकान धराशायी हो गए, इलाके की पॉश कॉलोनियों में घरों में पानी भर गया। बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड 323 मिमी वर्षा दर्ज की गई। बताते हैं कि ऐसी तूफानी बारिश इससे पहले वर्ष 1993 में आई थी।
गैस एजेंसी कर्मचारी की मौत
गुना की केसर गैस एजेंसी में कार्यरत लक्ष्मण कोरी, जो बांसखेड़ी के निवासी थे, गोपालपुरा रोड स्थित गैस गोदाम पर हिसाब-किताब के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान अचानक आए जल सैलाब में वे बह गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने उन्हें बचाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन वे असफल रहे। लक्ष्मण का शव बीती रात बीज निगम के खेतों में मिला। उनके निधन से न सिर्फ उनके सहकर्मी और परिजन सदमे में हैं, बल्कि वे सभी लोग भी स्तब्ध हैं, जिनके घर वे सिलेंडर डिलीवर किया करते थे।

मकान गिरने से बुजुर्ग की मौत
बारिश की वजह से कर्नलगंज इलाके में एक दो मंजिला मकान धराशायी हो गया। इस मकान में रहने वाले 55 वर्षीय शरीफ खान मलबे में दब गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। शरीफ बाहर निकलने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन समय रहते नहीं निकल सके। क्षेत्र के पीछे बहने वाली गुनिया नदी के उफान पर आने से कई अन्य मकान भी प्रभावित हुए हैं।

मजदूरी के दौरान बहा मजदूर, मौत
ग्राम मुहालपुर निवासी 50 वर्षीय सीताराम पाल, जो नानाखेड़ी क्षेत्र में ईंटों के ट्रैक्टर पर मजदूरी कर रहे थे, मंगलवार शाम से लापता थे। बुधवार सुबह उनका शव जिला अस्पताल में मिला। अनुमान लगाया जा रहा है कि वे बाढ़ के पानी में बह गए और झाड़ियों या पत्थरों से टकराकर घायल हो गए। उनके सिर पर गंभीर चोटें थीं। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

पॉश इलाकों में भी बाढ़, लोगों का फूटा आक्रोश
इस बार की बारिश ने गुना की वीआईपी कॉलोनियों को भी नहीं बख्शा। नानाखेड़ी इलाके से सटी वीआईपी कॉलोनी पूरी तरह जलमग्न हो गई, अधिकांश घरों की निचली मंजिलें डूब गईं। बिजली गुल होने और घरों में पानी भराने से नाराज़ लोगों ने बुधवार को रिलायंस पेट्रोल पंप के पास चक्काजाम कर दिया। कॉलोनीवासियों ने पूरी रात ऊपरी मंजिलों पर गुजारी और निजी खर्च पर पानी के टैंकर मंगवाने पड़े।

रिलायंस पेट्रोल पंप को भी भारी नुकसान
गंभीर जलभराव के चलते वीआईपी कॉलोनी के समीप स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं और उपकरण खराब हो गए। संचालक के अनुसार इस आपदा में लगभग 15 से 20 लाख रुपये का नुकसान हुआ है, जिसके चलते बुधवार को पंप की सेवाएं स्थगित रहीं।
बारिश के कहर के बीच शहरवासियों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। गुना की इस जल त्रासदी ने न सिर्फ तीन जिंदगियों को निगल लिया, बल्कि शहर की व्यवस्थाओं पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। शहर में बाढ़ से लभारी नुकसान के बाद जिला कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल के निर्देश पर बाढ़ राहत कंट्रोल रूम कलक्टोरेट में बना दिया गया है। एडीएम अखिलेश जैन और जिला पंचायत सीईओ अभिषेक दुबे की मॉनिटरिंग में बाढ़ग्रस्त कॉलोनियों में राहत सामग्री की वितरण किया जा रहा है।