Edited By Himansh sharma, Updated: 14 Dec, 2025 01:40 PM

शहर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन से शनिवार शाम एक बेहद दुखद खबर सामने आई।
ग्वालियर। शहर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन से शनिवार शाम एक बेहद दुखद खबर सामने आई। थाटीपुर थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक दीपक श्रीवास ने अपने सरकारी क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन उन्हें तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
ड्यूटी से लौटे, फिर बंद कमरे में उठाया आत्मघाती कदम
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, दीपक श्रीवास शाम को ड्यूटी से घर लौटे थे। उनकी पत्नी मेघा ने खाना खाने के लिए पूछा तो उन्होंने कपड़े बदलने की बात कही और कमरे में चले गए। काफी देर तक बाहर न आने पर पत्नी ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। आसपास के लोगों की मदद से जब दरवाजा खोला गया तो दीपक छत के पंखे से फंदे पर लटके मिले।
दो मासूम बेटियों के सिर से उठा पिता का साया
मृतक की दो बेटियां हैं—
परी (8–9 वर्ष)
पूर्वी (5–6 वर्ष)
घटना के समय दोनों बेटियां दादी के घर गई हुई थीं। इस हृदयविदारक घटना के बाद पत्नी मेघा सदमे में हैं और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
पुलिस जांच में जुटी, सुसाइड नोट नहीं मिला
सूचना मिलते ही बहोड़ापुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मर्ग कायम कर लिया गया है।
सीएसपी अतुल सोनी ने बताया कि—
मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। आत्महत्या के कारणों की गहन जांच की जा रही है। यह पुलिस विभाग के लिए बड़ी क्षति है।
फिलहाल विभागीय तनाव, पारिवारिक दबाव या अन्य व्यक्तिगत कारणों समेत सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
पिता की शहादत के बाद मिली थी अनुकंपा नौकरी
दीपक श्रीवास को पुलिस विभाग में अनुकंपा नियुक्ति उनके पिता की मृत्यु के बाद मिली थी। उनके पिता की ड्यूटी के दौरान सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उसी के बाद दीपक ने पुलिस सेवा जॉइन की थी। आज उसी परिवार पर एक बार फिर दुखों का साया गहरा गया है।
पुलिस महकमे में शोक की लहर
प्रधान आरक्षक दीपक श्रीवास की असमय मौत से पूरे पुलिस विभाग में शोक व्याप्त है। साथी कर्मचारी स्तब्ध हैं और हर कोई इस सवाल से जूझ रहा है कि आखिर ऐसा क्या हुआ, जिसने एक जिम्मेदार पुलिसकर्मी को यह कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।