Edited By Devendra Singh, Updated: 11 Dec, 2022 12:30 PM

सीएम शिवराज के एलान के बाद भोजशाला आंदोलन से जुड़े संगठन कई हिंदू नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है और इसी के चलते अभी से बसंत पंचमी उत्सव की तैयारियां शुरू हो चुकी है।
धार (संजय वाजपेई): मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chouhan) की घोषणा के बाद धार के विवादित धार्मिक स्थल भोजशाला (bhojshala dhar) में हिंदूवादियों की चहलकदमी बढ़ गई है। इस बीच नर्मदा परिक्रमा यात्रा के चीफ तपन भौमिक भोजशाला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्पष्ट दिखाई देता है कि यह एक प्राचीन मंदिर (hindu temple) था। पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj) ने एक कार्यक्रम के दौरान मंच से घोषणा की थी, हम लंदन के म्यूजियम में रखी मां वाग्देवी की प्रतिमा को लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। सीएम की इस घोषणा के बाद से ही भोजशाला में हिंदू नेताओं की आवाजाही बढ़ गई है।
हिंदू नेताओं ने शुरू की बंसत पंचमी की तैयारी
भोजशाला आंदोलन से जुड़े संगठन, हिंदू नेताओं (hindu leaders) और कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है और इसी के चलते अभी से बसंत पंचमी उत्सव की तैयारियां शुरू हो चुकी है। जिला स्तरीय बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। साल में एक दिन बसंत पंचमी पर ही हिंदुओं को सुबह सूर्य उदय से लेकर सूर्यास्त तक भोजशाला में पूजा करने का अधिकार मिला हुआ है।

तपन भौमिक ने भोजशाला का निरीक्षण किया
शनिवार शाम को नर्मदा परिक्रमा यात्रा प्रमुख तपन भौमिक (tapan bhowmick) भोजशाला पहुंचे। उनके साथ प्रदेश स्तरीय के अनेक हिंदू नेता भी थे। तपन भौमिक ने भोजशाला का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से कहा कि स्पष्ट है कि यह मंदिर है और यहां पर पुनः मां वाग्देवी देवी की प्रतिमा स्थापित होना चाहिए और इसके लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे और जल्द मां वाग्देवी की प्रतिमा वापस लाकर स्थापित करेंगे।

हिंदुत्व कार्ड खेलना चाहती है बीजेपी!
अगले साल 2023 विधानसभा चुनाव को देखते हुए भोजशाला आंदोलन में भाजपा नेताओं की भी संख्या बढ़ रही है। जिससे साफ होता है कि भाजपा हिंदुत्व की ओर रूख कर रही है।