Edited By meena, Updated: 08 May, 2023 01:58 PM

मणिपुर में हालात इन दिनों बहुत पेचीदा हैं। वहां हुई हिंसा के बाद फंसे छात्रों को अलग अलग राज्यों ने रेस्क्यू कर लिया है
खंडवा(निशात सिद्दीकी): मणिपुर में हालात इन दिनों बहुत पेचीदा हैं। वहां हुई हिंसा के बाद फंसे छात्रों को अलग अलग राज्यों ने रेस्क्यू कर लिया है। लेकिन मध्यप्रदेश सहित कुछ अन्य राज्यों के लोग अभी भी वहां दंगा ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे हुए हैं। तनाव ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे छात्रों के परिजनों ने भी सरकार से गुहार लगाई है कि वे उनके बच्चों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाल लें। ऐसे में मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी एक बयान दिया है कि, मणिपुर के सीएम से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की बात हुई है। हम भी हमारे स्तर पर बच्चों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ बच्चों ने हमें वहां से निकालने की स्वीकृति दी है तो, कुछ का कहना है कि वे वहां सुरक्षित हैं। हम वहां पर फंसे हुए बच्चों को रुटीन फ्लाइट से एयरलिफ्ट कर पहले कोलकत्ता लाएंगे, उसके बाद उन्हें मध्यप्रदेश लाया जायेगा। बता दें कि मध्यप्रदेश के गृहमंत्री का यह बयान आने के बाद मणिपुर में फंसे छात्रों के परिजनों ने राहत की सांस ली है। उन्हें भरोसा है कि उनके बच्चे अब सुरक्षित उन तक वापस आ जायेंगे।
मणिपुर में पिछले कुछ दिनों से हिंसा और उन्माद अपने चरम पर है। राज्य के लगभग 10 जिले पूरी तरह से हिंसा की चपेट में हैं, और आधिकारिक रूप से अब तक राज्य में हुए उपद्रव के कारण करीब 54 लोगों की जान जा चुकी है। इसी बीच मणिपुर की राजधानी इंफाल में स्थित राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय में पढ़ने गए मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के तीन विद्यार्थियों सहित प्रदेश के अन्य जिलों के लगभग 20 विद्यार्थियों के वहां फंसे होने की खबरें आ रही हैं। इसी को लेकर उनके परिजनों ने भी सरकार से छात्रों को एयरलिफ्ट के जरिये रेस्क्यू कराने की गुहार लगाई थी। इसी बीच प्रदेश के ग्रह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है। गृह मंत्री ने कहा है कि, जानकारी मिली है कि लगभग 20 लोग मणिपुर में फंसे हुए हैं। जिनमें से कुछ लोगों के नंबर भी हमें मिल गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी मणिपुर के सीएम से बात हो गई है। साथ ही हमारे अधिकारियों की भी मणिपुर के वरिष्ठ अधिकारियों से बात हो गई है। हम खुद भी बच्चों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। वहां फंसे कुछ लोगों ने अभी आने की सहमति दी है तो कुछ अभी आना नहीं चाहते। उनका कहना है के वे वहां सुरक्षित हैं। गृह मंत्री ने बताया कि हम फंसे हुए लोगों को रेगुलर फ्लाइट से पहले कोलकत्ता और उसके बाद मध्यप्रदेश लाएंगे।
परिजन भी लगा चुके हैं मदद की गुहार
बता दें कि मणिपुर हिंसा में फंसे छात्रों के परिजनों ने भी मध्यप्रदेश सरकार से गुहार लगाई थी कि, उनके बच्चों को वहां से सुरक्षित निकाला जाए । परिजनों ने बताया था कि उनके बच्चे वहां बहुत डरे सहमे हुए हैं। क्योंकि, विश्व विद्यालय परिसर के पास ही बमबारी और गोलीबारी हो रही है। चारों तरफ अफरा तफरी का माहौल है ऐसे में कई राज्यों के बच्चे अपनी सरकारों की मदद से वापस अपने घर जा चुके हैं। इसलिए हम भी चाहते हैं कि, हमारे बच्चे भी जल्द ही सुरक्षित हमारे घर लौट आएं। हालांकि गृहमंत्री का बयान आने के बाद से ही उन्होंने राहत की सांस ली हैं। उन्हें यकीन है कि मध्यप्रदेश की सरकार उनके बच्चों को सुरक्षित रेस्क्यू कर वापस ले आएगी।