Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 20 Apr, 2019 11:06 AM
लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच बार-बार हो रही बिजली कटौती चर्चा का विषय बनी हुई है। एक तरफ बीजेपी ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया हुआ है तो वहीं कांग्रेस को इसमें किसी बड़ी साशिज की आशंका है।लेकिन शुक्रवार को कांग्रेस की बैठक में बिजली जाने से खलबली मच...
इंदौर: लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच बार-बार हो रही बिजली कटौती चर्चा का विषय बनी हुई है। एक तरफ बीजेपी ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया हुआ है तो वहीं कांग्रेस को इसमें किसी बड़ी साशिज की आशंका है।लेकिन शुक्रवार को कांग्रेस की बैठक में बिजली जाने से खलबली मच गई। आधा घंटे तक बिजली नहीं आई तो मंत्री जीतू पटवारी ने सीधे सीएमडी को फोन लगा कर बिजली जाने का कारण पूछा। इस पर बिजली गुल प्रकरण को अफसरों ने भी गंभीरता से लिया और एक इंजीनियर को निलंबित कर दिया।
दरअसल, लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर शु्क्रवार को इंदौर के गांधी भवन में कांग्रेस की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें शामिल होने कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवारी भी वहां पहुंचे। तभी अचानक बिजली गुल हो गई। आधा घंटे तक बिजली नहीं आई तो मंत्री जीतू पटवारी ने सीधे सीएमडी को फोन लगाया और पूछा कि आखिर बिजली कैसे गुल हो रही है। अफसर ने जवाब दिया कि एक फेस जाने के कारण ऐसा हुआ है। जिस पर नेताओं ने प्रतिक्रिया दी कि प्रदेश में बिजली सरप्लस है तो फिर कटौती होना ही नहीं चाहिए। बार-बार बिजली गुल कर अफसर जान-बूझकर सरकार की छवि खराब कर रहे हैं। अफसरों से पूछो तो वे मेंटेनेंस का हवाला देते हैं। जिसके बाद सीेएमडी के हाथ पांव फूल गए और अफसरों ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए एक इंजीनियर को निलंबित कर दिया। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।