Edited By meena, Updated: 20 Sep, 2023 06:52 PM

मध्य प्रदेश के खंडवा में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं से परेशान ग्रामीणों ने खंडवा पंधाना मार्ग पर चक्का जाम कर दिया
खंडवा (निशात सिद्दीकी) : मध्य प्रदेश के खंडवा में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं से परेशान ग्रामीणों ने खंडवा पंधाना मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि रोड बनाने वाली कंपनी और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। इस विरोध प्रदर्शन में भाजपा के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। उन्होंने अपने ही विधायक के प्रति आक्रोश भी दर्ज कराया। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि खंडवा पंधाना मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाएं होती है। ऐसे में कभी स्थानीय विधायक ने सुध लेने की कोशिश भी नहीं की। प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने चक्का जाम समाप्त किया। ग्रामिणों ने प्रशासन को 10 दिन का समय देकर मांग की है कि अगर यह मार्ग दुरुस्त नहीं होता है तो वह फिर से बड़ा आंदोलन करेंगे।
खंडवा पंधाना मार्ग पर आए दिन सड़क दुर्घटना हो रही है। दुर्घटनाओं का कारण सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे होना है। इन दुर्घटनाओं और सड़क पर गड्ढों से परेशान ग्रामीणों ने आज खंडवा पंधाना मार्ग को जाम कर दिया। जाम की वजह से खंडवा पंधाना मार्ग पर यातायात लगभग 3 घंटे तक प्रभावित रहा।
गुस्साएं ग्रामीणों की मांग थी कि खराब हुए इस मार्ग को जल्द से जल्द ठीक किया जाए, और इसके जिम्मेदार इंजीनियर, रोड ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। इसी बात को लेकर ग्रामीणों ने चक्का जाम का आह्वान किया था। इस चक्का जाम में शामिल किसान नेता सुभाष पटेल ने कहा कि पिछले तीन सालों से रोड की हालत खराब है जिसके चलते कई जान चली गई है। 1 साल पहले जो रोड का काम हुआ है। उसमें भी इन्होंने मिट्टी डालकर रोड का निर्माण कर दिया है। सरकार की ओर से करोड़ों रुपए इस रोड निर्माण के लिए आए थे, लेकिन इसमें उतने पैसे खर्च नहीं किए गए। इस रोड पर अभी इतने गड्ढे हो गए की उनमें कइ जान चली गई है। किसान नेता सुभाष पटेल ने कहा कि हमने मांग की है कि जो लोगों ने इस रोड निर्माण में भ्रष्टाचार किया है उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो। साथ ही रोड 10 दिन के अंदर बनाकर फिर से तैयार किया जाए।

वहीं भाजपा नेता अपने विधायक पर नाराज नजर आए। उन्होंने कहा कि खंडवा से पांजरिया तक का रोड खंडवा विधानसभा से विधायक देवेंद्र वर्मा की विधानसभा में आता है, जिसमें आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। लेकिन विधायक देवेंद्र वर्मा ने किसी भी मृतक परिवार को सांत्वना तक नहीं दी। ना ही वह किसी अधिकारी को लेकर इस रोड की जांच करने मौके पर पहुंचे। उन्होंने अपने ही सत्ता के विधायक से कहा कि वह क्षेत्र पर भी ध्यान दे, ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने कहा कि जब हमें लगा कि हमारी कोई सुनवाई नहीं कर रहा, इसलिए हमें यह चक्का जाम का आयोजन करना पड़ा। बता दें कि प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइए के बाद भी लगभग तीन घंटे तक ग्रामीण चक्का जाम कर रोड पर डटे रहे। आखिर में प्रशासन के आश्वासन के बाद उन्होंने अपना चक्का जाम समाप्त किया।