Edited By Devendra Singh, Updated: 04 Apr, 2022 03:35 PM

शहडोल में एसआई से ट्रैक्टर ट्रॉली छुड़ाने के नाम पर डेढ़ से 2 लाख रुपए की मांग की। जिसके बाद लोकायुक्त रीवा पुलिस ने रिश्वतखोर रेंजर को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
शहडोल: जयसिहंनगर में लोकायुक्त रीवा पुलिस ने रिश्वतखोर रेंजर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उसने एक पुलिस विभाग के एसआई से ट्रैक्टर ट्रॉली छुड़ाने के नाम पर डेढ़ से 2 लाख रुपए की मांग की थी। जिस पर पहले 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त रीवा पुलिस की 15 सदस्यीय टीम ने जयसिहंगर परिक्षेत्र रेंजर महेंद्र सिंह यादव को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। रीवा लोकयक्त की टीम में शिकायतकर्ता कृष्णकुमार तिवारी, जोकि पुलिस विभाग में उप निरीक्षक के पद पर पदस्थ है। इनकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जयसिहंगर परिक्षेत्र रेंजर महेंद्र सिंह यादव को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचा है।
पहले की थी 50-50 हजार रुपये की मांग
दरअसल शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार तिवारी के परिचित अरविंद सिंह परिहार अपने और अपने परिचित कृष्ण कुमार तिवारी के ट्रैक्टर ट्रॉली को लेकर 6 अक्टूबर 2021 को ग्राम ठेगहरा में अपने खेत से घर की छपाई के लिए मिट्टी लेने गया था। इस दौरान वन परिक्षेत्र जयसिंहनगर के वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा दोनों ट्रैक्टर ट्रॉली को यह कहते हुए पकड़ लिया कि तुम रेत लेने गए थे। जिसके बाद ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर लिया और इन ट्रैक्टरों को छोड़ने के लिए वन परिक्षेत्र जयसिंह नगर के रेंजर महेंद्र यादव ने प्रति ट्रैक्टर 50- 50 हजार रुपए की रिश्वत के रूप में मांग की।
बाद में रिश्वत की रकम 2 लाख कर दी
जब शिकायतकर्ता ने पैसे नहीं दिए तो दोनों ट्रैक्टरों के खिलाफ रेत चोरी का केस बना दिया गया। जब शिकायतकर्ता ने रेंजर से बात की तो उसने कहा कि अब 50-60 हजार से कुछ नहीं होगा, अब तो डेड़ 2 लाख रुपए देने पड़ेंगे। तभी तुम्हारा ट्रैक्टर छूट सकेगा। शिकायत का सत्यापन लोकायुक्त रीवा एसपी गोपाल सिंह धाकड़ द्वारा की गई। जिसमें रिश्वत की मांग किया जाना प्रमाणित पाया जाने पर आज लोकायुक्त संभाग रीवा की टीम ने वन परिक्षेत्र जयसिंहनगर पहुंचकर प्रकरण में कार्रवाई की। जिसमें रेंजर महेंद्र सिंह यादव को पकड़कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
वहीं ट्रैपकर्ता अधिकारी निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार, ट्रेप दल के सदस्य निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार, निरीक्षक जिया उल हक, उप निरीक्षक आकांक्षा पांडे और 15 सदस्यीय टीम इस कार्रवाई में शामिल हुई।