Edited By meena, Updated: 14 Sep, 2021 07:10 PM
इंदौर में एक बुजुर्ग की मौत पर बवाल मच गया। पहले तो परिजनों ने इसे स्वाभाविक मौत समझकर सारे रीति रिवाजों से दफना दिया। लेकिन अपने चाचा की मौत पर भतीजी ने शक जताया तो जिला मजिस्ट्रेट अधिकारी की मौजूदगी में बुजुर्ग की क्रब फिर से खुदवाई गई और उसके शव...
इंदौर(सचिन बहरानी): इंदौर में एक बुजुर्ग की मौत पर बवाल मच गया। पहले तो परिजनों ने इसे स्वाभाविक मौत समझकर सारे रीति रिवाजों से दफना दिया। लेकिन अपने चाचा की मौत पर भतीजी ने शक जताया तो जिला मजिस्ट्रेट अधिकारी की मौजूदगी में बुजुर्ग की क्रब फिर से खुदवाई गई और उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। अब पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। फिलहाल अब पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
पूरा मामला इंदौर के रावजी बाजार थाना क्षेत्र के चंपा बाग में रहने वाले 60 वर्षीय असलम नामक बुजुर्ग की दो दिन पहले ही मौत हो गई थी। वह अकेले चंपा बाग में किराये के मकान में रहते थे। मौत हो जाने के बाद आसपास के रहने वाले रहवासियों ने बुजुर्ग के शव को समाज के रीति रिवाजों से लुनियापुरा कब्रिस्तान में दफना दिया था और परिजनों को बुजुर्ग के दफनाते हुए फ़ोटो और वीडियो दे दिए गए थे। जब बुजुर्ग के अन्य परिजनों को जानकारी लगी तो भतीजी ने फ़ोटो वीडियो ध्यान से देखे तो चाचा असलम के शरीर पर मारपीट के निशान दिखे और नाक पर खून दिखा।
वही फ़ोटो वीडियो देखने के बाद असलम की भतीजी ने मकान मालिक के परिवार के लोगों पर मारपीट कर हत्या करने का संदेह जताया क्योंकि उनका विवाद बहुत समय से चल रहा था। जिसके बाद पुलिस और मजिस्ट्रेट महिला अधिकारी ने लुनियापुरा कब्रिस्तान पहुंचकर मजदूर की मदद से कब्र को खुदवा कर असलम के शव को बाहर निकलाया और पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल भिजवाया। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असल वजह सामने आ सकेगी इस पूरे मामले को लेकर मजिस्ट्रेट महिला अधिकारी जांच कर रही है।