Edited By Vikas kumar, Updated: 10 Oct, 2019 10:38 AM
मध्यप्रदेश में पटवारी संघ की बैठक भले ही खत्म हो गई हो लेकिन अब तहसीलदार सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं। तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने हड़ताल का एलान कर दिया है। वे गुरु...
भोपाल: मध्यप्रदेश में पटवारी संघ की बैठक भले ही खत्म हो गई हो लेकिन अब तहसीलदार सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं। तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने हड़ताल का एलान कर दिया है। वे गुरुवार से तीन दिन तक काम-काज ठप रखेंगे। अगर सरकार ने इनकी तीन मांगों का निराकरण नहीं किया तो वे चौथे दिन से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
दरअसल आंदोलन कर रहे अधिकारियों का कहना है कि वे लगातार तीन साल से संसाधन के अभाव से जुझ रहे हैं। लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिल रहा है। सितम्बर माह में 23 से 30 तारीख तक जिला स्तर पर विधायकों को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन दिया लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इस बीच मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय भी मांगा गया लेकिन मुलाकात का समय नहीं दिया गया। राजस्व अधिकारी संघ का कहना है कि संवर्ग के अधिकारियों की वेतन ग्रेड-पे समकक्ष पदों से कम है। इसके लिए कई बार सरकार को पत्र लिखे, विस्तृत मांग पत्र भी रखा लेकिन कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई। इसलिए आंदोलन का निर्णय लिया गया है। बताया जा रहा है राजस्व अधिकारी संघ 10 तारीख यानी आज से धरने पर जाने की तैयारी में है, यह धरना तीन दिनों तक होगा, तब तक सरकार ने तहसीलदारों की मांगे नहीं मानी, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।
क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन?
बता दें कि तहसीलदार पिछले दस साल से पदोन्नति की मांग कर रहे हैं। वेतन विसंगति 2008 से दूर नहीं की गई हैं। इसको लेकर जब जब सरकार के से मांग की गई तो शिवाय आश्वासन के कुछ भी नहीं मिला।