Edited By Vikas kumar, Updated: 24 Sep, 2019 05:11 PM
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाढ़ पीड़ितों के लिए हुए सर्वे के लिए अपनी ही सरकार को आढ़े हाथों लिया है। मंगलवार को सिंधिया मंदसौर नीमच में बाढ़ पीड़ितों से मिले। सिंधिया ने कहा मैं बाढ़ से हुई बर्बादी के सरकारी सर्वे से संतुष्ठ नहीं हूं..
नीमच: कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाढ़ पीड़ितों के लिए हुए सर्वे के लिए अपनी ही सरकार को आढ़े हाथों लिया है। मंगलवार को सिंधिया मंदसौर नीमच में बाढ़ पीड़ितों से मिले। सिंधिया ने कहा मैं बाढ़ से हुई बर्बादी के सरकारी सर्वे से संतुष्ठ नहीं हूं। उन्होंने आगे कहा एक बार फिर से पटवारी और तहसीलदार एक-एक पीडि़त से मिलें और सर्वे करें। बाढ़ से ग्रस्त लोगों को राजस्व विभाग, बीमा कंपनी और कंद्र के राहत आपदा कोष से इन्हें मदद दी जाए।
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया आज मालवा के बाढ़ प्रभावित इलाकों नीमच और मंदसौर के दौरे पर आए। नीमच के नयागांव से दौरे की शुरुआत की और बाढ़ से हुए नुक़सान का जायज़ा लिया। भारी तबाही और बर्बादी देखकर सिंधिया बोले मैं सर्वे से संतुष्ट नहीं हूं। उन्होंने कहा पिछले दिनों मेरी सीएम कमलनाथ से मुलाक़ात हुई थी। मैंने राज्य सरकार को 3 सुझाव दिए हैं। बाढ़ पीड़ितों को तीन स्तर पर राहत और सहायता मिलना चाहिए. बाढ़ पीड़ित किसानों को सबसे पहले राजस्व विभाग, फिर बीमा कंपनियों और अंत में केंद्र के आपदा राहत कोष से सहायता मिलना चाहिए। बाढ़ पीड़ितों को तीन स्तर पर सहायता मिलनी चाहिए। पीडि़त किसानों को पहले राजस्व विभाग, बीमा कंपिनियों और अंत में केंद्र के आपदा रोहत कोष से सहायता मिलनी चाहिए। लेकिन जैसे सर्वे हुआ उससे मैं संतुष्ठ नहीं हूं, दोबारा सर्वे होना चाहिए। सर्वे की रिपोर्ट कलेक्टर के पास पहुंचना चाहिए।