Edited By meena, Updated: 26 Mar, 2020 08:06 PM
बीजेपी के कद्दावर नेता व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भले ही राजनीति फेर बदल करने में कामयाब हो गए और आसानी से प्रदेश की सत्ता पर काबिज भी हो गए, लेकिन इस समय उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती कैबिनेट का गठन करना है। इस बात से कदापि इनकार नहीं...
भोपाल: बीजेपी के कद्दावर नेता व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भले ही राजनीति फेर बदल करने में कामयाब हो गए और आसानी से प्रदेश की सत्ता पर काबिज भी हो गए, लेकिन इस समय उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती कैबिनेट का गठन करना है। इस बात से कदापि इनकार नहीं किया जा सकता कि शिवराज की सरकार लाने और बनाने में सिंधिया समर्थक 22 विधायकों और मंत्रियों का बड़ा हाथ रहा है। ऐसे में सरकार में उनको जगह मिलना जरुरी है। वहीं पार्टी में पहले से ही मौजूद नेताओँ की नजरे भी कैबिनेट के गठन पर टिकी हुई है। एक तरफ पार्टी में नए आए विधायकों को खुश करने का जिम्मा दूसरी तरफ अपने के खफा होने का डर ऐसे में शिवराज सिंह चौहान के सामने कैबिनेट गठन करना आसान नहीं है।
इससे भी बड़ी बात यह है कि सिंधिया समर्थक विधायकों के पार्टी छोड़ने की बड़ी वजह ही सरकार मे मंत्री पद न मिल पाना था तो क्या शिवराज सिंह उन्हें मंत्री पद दे पाएंगे या फिर एक बार फिर से कांग्रेस से बागी विधायकों को अनदेखा किया जाएगा। वहीं ऐसे में यदि शिवराज सिंह उन्हें ही संतुष्ट करने में जुट गए तो उनकी अपनी पार्टी के नेता जिन्होंने बीजेपी सरकार लाने में अहम रोल निभाया कहीं वे बगावत पर न उतर आएं।