Edited By Himansh sharma, Updated: 10 Dec, 2025 02:07 PM

छत्तीसगढ़ के धमधा क्षेत्र में हाल के दिनों में एक भीषण सड़क दुर्घटना ने हर किसी को झकझोर दिया
धमधा। (हेमंत पाल): छत्तीसगढ़ के धमधा क्षेत्र में हाल के दिनों में एक भीषण सड़क दुर्घटना ने हर किसी को झकझोर दिया, जिसमें सिंघोरी निवासी घनाराम वर्मा की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि ट्रक की चपेट में आने से शव की पहचान मुश्किल हो गई थी। मौके पर मौजूद लोग भी भय से शव को हाथ लगाने से कतरा रहे थे। लेकिन इसी बीच धमधा थाना के आरक्षक श्वेत कुमार साहू ने ऐसी परिस्थिति में जो किया, उसने वर्दी की असली गरिमा को साबित कर दिया। बिना किसी हिचकिचाहट और बिना किसी डर के उन्होंने स्वयं आगे बढ़कर शव के बिखरे अवशेषों को सम्मानपूर्वक एकत्र किया, फिर 112 की सहायता से उन्हें मर्चुरी पहुँचाया। इसके बाद नियमानुसार पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराकर परिजनों को शव सौंपा गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना भयानक था कि जमीन पर खून बिखरा था और लोग पास जाने तक की हिम्मत नहीं जुटा पाए। लेकिन आरक्षक साहू ने अपने हाथों से ही जमीन पर फैले रक्त को साफ किया, ताकि रास्ते से गुजरने वाले अन्य लोग मानसिक रूप से आहत न हों।
यह दृश्य वहां मौजूद हर व्यक्ति के मन में पुलिस के प्रति नया सम्मान पैदा कर गया।
उनकी इस उत्कृष्ट, संवेदनशील और कर्तव्यनिष्ठ कार्रवाई को देखते हुए दुर्ग पुलिस अधीक्षक जितेंद्र अग्रवाल ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और ईमानदारी व मानवता के साथ ड्यूटी निभाने के लिए बधाई दी।
स्थानीय लोगों ने आरक्षक के इस साहसिक कदम की जोरदार सराहना की। अक्सर पुलिस के प्रति गलत धारणाएँ बनने की बात कही जाती है, लेकिन आरक्षक श्वेत कुमार साहू ने यह साबित कर दिया कि पुलिस सिर्फ कानून की रखवाली ही नहीं करती, बल्कि मानवता की भी सबसे मजबूत प्रहरी है।
धमधा क्षेत्र में इस घटना के बाद हर कोई कह रहा है “ऐसे ही पुलिसकर्मी वर्दी का मान बढ़ाते हैं।”