Edited By Desh sharma, Updated: 03 Sep, 2025 06:24 PM

भोपाल के बाग मुगलिया क्षेत्र में रहने वाले राजन (परिवर्तित नाम )के घर में आज से लगभग 4 महीने पहले जन्म लिए उनके बेटे ने घर को खुशियों से भर दिया। जन्म के लगभग 15- 20 दिन बाद ही उनका बेटा बार-बार बीमार पड़ने लगा। कभी तेज सर्दी खांसी, बुखार तो कभी तेज...
भोपाल (इजहार खान): भोपाल के बाग मुगलिया क्षेत्र में रहने वाले राजन (परिवर्तित नाम )के घर में आज से लगभग 4 महीने पहले जन्म लिए उनके बेटे ने घर को खुशियों से भर दिया। जन्म के लगभग 15- 20 दिन बाद ही उनका बेटा बार-बार बीमार पड़ने लगा। कभी तेज सर्दी खांसी, बुखार तो कभी तेज सांस लेना। सांस लेने में तकलीफ होने पर बच्चों का रात-रात भर रोते रहना मां-बाप को लगातार परेशान करने लगा। बच्चे को आसपास के डॉक्टर के पास दिखाया भी, लेकिन इलाज से कोई स्थाई आराम नहीं मिला ।
इसी बीच राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का दल बागमुगलिया क्षेत्र की आंगनवाड़ी में बच्चों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पहुंचा। बच्चे के परीक्षण में टीम को लगा कि बच्चे को हृदय संबंधी कोई समस्या है । उन्होंने माता-पिता को समझाया और जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र आकर बच्चे की विस्तृत जांच के लिए तैयार किया गया । इस केंद्र में आकर बच्चे का परीक्षण करके पता चला कि उसे दिल की जटिल बीमारी है, जिसका जल्द ऑपरेशन करवाना बेहद जरूरी है।
सरकारी योजना RBSK बनी वरदान
बच्चे की सर्जरी की त्वरित आवश्यकता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ मनीष शर्मा ने निशुल्क इलाज की स्वीकृति कर सर्जरी के लिए एसआरसीसी मुंबई भेज दिया । 18 जुलाई को बच्चे की Arterial Switch Surgery with Atrial and ventricular septal defect की जटिल सर्जरी की गई। उपचार के बाद बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। आरबीएस का दल रूटीन फॉलोअप ले रहा है। बच्चे के इलाज पर साढ़े तीन लाख का खर्चा आया है जिसे इस योजना के तहत निशुल्क करवाया गया है।
सब्जी बेचकर परिवार चलाने वाले बच्चे के पिता ने इस कार्यक्रम और इसके माध्यम से दी जा रही सेवाओं के लिए शासन को धन्यवाद दिया है। कहा है कि अगर लाखों रुपए में होने वाला ऑपरेशन सरकार नहीं करवाती तो इलाज में और न जाने कितना विलंब हो जाता।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत दी जा रही निशुल्क सेवाएं के सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि जिला चिकित्सालय परिसर में संचालित शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र के माध्यम से सर्जरी, थैरेपी सेवाएं निशुल्क दी जा रही हैं। निम्न आय वर्ग के साथ साथ एपीएल परिवारों के लिए भी सभी सेवाएं निशुल्क उपलब्ध हैं।