Edited By Devendra Singh, Updated: 14 Aug, 2022 01:36 PM

वेंडरों का कहना है कि कंपनी को हमने जेसीबी और डंपर किराए पर उपलब्ध कराए थे। जिसका भुगतान कंपनी ने नहीं किया है। वेंडरों (vendors) ने भुगतान न होने की स्थिति में आत्मदाह करने तक की धमकी दी है।
सागर (देवेन्द्र कश्यप): सागर स्मार्ट सिटी (sagar smart city) की ओर से कराए जा रहे लाखा बंजारा झील (lakha banjara lake) की सफाई का काम विवादों में घिर गया है। दिल्ली की (Ashwath Infratech Company) में स्थानीय वेंडरों ने डेरा जमा रखा है। वेंडरों का कहना है कि कंपनी को हमने जेसीबी और डंपर किराए पर उपलब्ध कराए थे। जिसका भुगतान कंपनी पर बकाया है। वेंडरों (vendors) ने भुगतान न होने की स्थिति में आत्मदाह करने तक की धमकी दी है।
सरकार ने कंपनी को 59 करोड़ का भुगतान किया
दरअसल दिल्ली की अश्वत्थ इंफ्राटेक कंपनी ने 92 करोड़ की लागत से सागर की प्रसिद्ध और विवादित लाखा बंजारा झील की सफाई का टेंडर अपने हाथों में लिया था। इस काम के लिए कंपनी ने स्थानीय जेसीबी और डंपर मालिकों से किराए पर वाहन और मशीन ली थी। जबकि सरकार ने मेहरबानी दिखाते हुए कंपनी को 59 करोड़ का भुगतान कर चुकी है। लेकिन वेंडरों का बकाया अभी तक बाकी है।

वेंडरों ने आत्मदाह करने की धमकी दी
अश्वत्थ इंफ्राटेक कंपनी के दफ्तर पर देर रात तक वेंडर आर पार की लड़ाई के मूड में हैं। पीड़ित वेंडरों को स्मार्ट सिटी (Smart city) की निर्माण एजेंसी अश्वत्थ इंफोटेक से वेंडरों को लगभग 5 करोड़ रुपये कंपनी से लेना है। लेकिन सरकार ने उनका भुगतान नहीं किया है। जेसीबी और डंपर मालिक अभिषेक प्यासी ने बताया कि मुझे 65 लाख कंपनी से लेना है। लेकिन कंपनी ने अभी तक राशि का भुगतान नहीं किया है। इसी तरह कंपनी ने सभी का भुगतान रोक रखा है। अभिषेक प्यासी ने आरोप लगाया कि 1 साल से कंपनी भुगतान को लेकर झूठा आश्वासन दे रही है। वेंडर अमित मोदी ने भी पीड़ा बताते हुए कहा कि 1.5 करोड़ का उन्हें राशि कंपनी से लेना है। वेंडर अमित मोदी ने चेतावनी दी है कि यदि अश्वत्थ कंपनी ने हमारा समय पर भुगतान नहीं किया तो हम आत्मदाह कर लेंगे।
