Edited By Vikas Tiwari, Updated: 26 Jan, 2021 03:28 PM

केंद्रीय जेल में मंगलवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर 24 कैदियों की रिहाई की गई। हर साल प्रदेश सरकार के आदेशों के अनुसार 24 कैदियों को रिहा किया जाता है। मंगलवार को रिहा होने पर कैदियों के चेहरे पर अलग ही खुशी नजर आ रही थी।
इंदौर (सचिन बहरानी): इंदौर के जिला जेल व केंद्रीय जेल में मंगलवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर 24 कैदियों की रिहाई की गई। इसके बाद ध्वजारोहण किया गया। हालांकि कोरोना महामारी के चलते इस साल गणतंत्र दिवस को नियमों के तहत मनाया गया।
जानकारी के मुताबिक हर साल प्रदेश सरकार के आदेशों के अनुसार 24 कैदियों को रिहा किया जाता है। मंगलवार को रिहा होने पर कैदियों के चेहरे पर अलग ही खुशी नजर आ रही थी।
अच्छे चाल-चलन के चलते रिहा किए गए कैदी
रिहा किए गए कैदियों में कुछ 20 साल से और कुछ उम्र कैद की सजा काट रहे थे। अच्छे चाल-चलन को देखते हुए इन कैदियों की सजा माफ की गई है। बहराल ये वो कैदी हैं जो हत्या व लूट जैसे संगीन अपराधों के चलते कई वर्षों से जेल में बंद थे।
रिहा हुए कैदियों को अपने किए पर पछतावा
जेल से 16 साल बाद रिहा हुए गोलू ने बताया कि जमीनी विवाद के चलते उसने किसी की हत्या कर दी थी, जिसका उसे आज भी पछतावा है। गोलू ने कहा कि जेल से छूटने के बाद वह खेतीबाड़ी कर अपना जीवन व्यतीत करेगा।
वहीं, बीते कई सालों से सजा काट रहे एक अन्य कैदी धर्मेंद्र पर्सी ने बताया कि उसने अपनी पत्नी की हत्या की थी, जिसका उसे दुख है। धर्मेंद्र ने कहा कि उसे बाहर जाने की खुशी भी है. वहीं, अपने किए पर गम भी है।