Edited By Vikas Tiwari, Updated: 04 Sep, 2025 07:05 PM

मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां 11वीं कक्षा की 16 वर्षीय छात्रा का अश्लील वीडियो वायरल हुआ। यह वीडियो एक इंजीनियरिंग छात्र अर्जुन तिवारी ने AI का उपयोग करके बनाया था। आरोपी छात्रा को स्कूल जाते समय लगातार छेड़ता और...
शहडोल: मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां 11वीं कक्षा की 16 वर्षीय छात्रा का अश्लील वीडियो वायरल हुआ। यह वीडियो एक इंजीनियरिंग छात्र अर्जुन तिवारी ने AI का उपयोग करके बनाया था। आरोपी छात्रा को स्कूल जाते समय लगातार छेड़ता और परेशान करता था। उसने AI के जरिए छात्रा की तस्वीर को एडिट कर निर्वस्त्र रूप में सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया और ब्लैकमेलिंग शुरू की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
छेड़छाड़ से शुरू हुआ मामला
पुलिस के अनुसार, बम्होरी का रहने वाला इंजीनियरिंग छात्र अर्जुन तिवारी लंबे समय से छात्रा को स्कूल आते-जाते समय परेशान कर रहा था। वह उसका पीछा करता, रास्ते में अश्लील हरकतें करता और जबरन बातचीत की कोशिश करता था। छात्रा के मना करने पर उसने धमकी दी कि वह उसे बर्बाद कर देगा। 31 अगस्त को आरोपी ने AI तकनीक का दुरुपयोग कर छात्रा की तस्वीर को एडिट किया और उसे अश्लील बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
फर्जी इंस्टाग्राम आईडी से बढ़ाई परेशानी
आरोपी ने छात्रा के नाम से फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाई और उसका उपयोग कर अन्य लोगों को अश्लील मैसेज भेजना शुरू किया। 1 सितंबर को भी उसने स्कूल जाते समय छात्रा का पीछा किया और उसे परेशान किया। आखिरकार, तंग आकर छात्रा ने अपने परिजनों को पूरी घटना बताई। 2 सितंबर को परिजनों के साथ धनपुरी थाने पहुंचकर छात्रा ने लिखित शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस का बड़ा एक्शन, आरोपी को किया गिरफ्तार…
धनपुरी पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की। आरोपी अर्जुन तिवारी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। ASP अभिषेक दीवान ने बताया कि ‘छात्रा के साथ छेड़छाड़ और AI के जरिए अश्लील फोटो एडिट कर वायरल करने की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की गई। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे जेल भेज दिया गया है। मामले की जांच जारी है। AI के दुरुपयोग पर चिंतायह मामला AI तकनीक के दुरुपयोग का गंभीर उदाहरण है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी तकनीकों का उपयोग निजता भंग करने और ब्लैकमेलिंग जैसे अपराधों के लिए बढ़ रहा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी और तस्वीरें साझा करने में सावधानी बरतें।