Edited By meena, Updated: 25 Aug, 2025 08:26 PM

शहडोल जिले के सीनियर अनुजातीय नवीन बालक छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहे कक्षा 10वीं के छात्र की संदिग्ध...
शहडोल (कैलाश लालवानी) : शहडोल जिले के सीनियर अनुजातीय नवीन बालक छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहे कक्षा 10वीं के छात्र की संदिग्ध मौत ने प्रशासन और छात्रावास व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्राम बोडरी निवासी 16 वर्षीय राजा प्रजापति की हॉस्टल में तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उसे पहले जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
जिले के पुलिस लाइन पटेल नगर के पास स्थित सीनियर अनूसूचित जाति में रहकर पढ़ने वाले कक्षा 10 की ग्राम बोडरी के रहने वाले 16 वर्षीय राजा प्रजापति की तबीयत अचानक खराब होने पर हॉस्टल प्रबंधन द्वारा आनन फानन में उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान की छात्र की हालत ज्यादा खराब होने पर मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान छात्र की देर रात मौत हो गई, छात्र की संदिग्ध मौत ने प्रशासन और छात्रावास व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

परिजनों का आरोप है कि छात्र की तबीयत खराब होने के बाद समय रहते उचित इलाज नहीं मिला, वहीं, साथी छात्रों का कहना है कि छात्रावास में लंबे समय से स्वास्थ्य और भोजन संबंधी लापरवाहियां हो रही हैं। बताया जाता है कि छात्रावास में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों ने छात्र की हालत बिगड़ने के बाद भी तुरंत गंभीरता नहीं दिखाई, जिसके चलते इलाज में देरी हुई और आखिरकार छात्र की जान चली गई। ग्रामीणों और परिजनों ने प्रशासन से इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है।उनका कहना है कि यदि समय रहते सही इलाज और देखभाल मिलती तो राजा प्रजापति की जान बचाई जा सकती थी।
वही इस पूरे मामले में सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त आनंद राय सिन्हा का कहना है कि हॉस्टल का एक छात्र बीमार हो गया था, बच्चे को बुखार था सीज़र्स आ रहे थे, जिसकी जानकारी लगने पर उपचार के लिए हर संभव प्रयास किया गया लेकिन उसकी उपचार के दौरान दुःखद मौत हो गई।