Edited By meena, Updated: 18 Nov, 2024 07:15 PM
इंदौर क्राइम ब्रांच में एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां शादियों का सीजन शुरू होते ही साइबर अपराधियों ने ठगी का नया तरीका निकाल लिया...
इंदौर (सचिन बहरानी) : इंदौर क्राइम ब्रांच में एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां शादियों का सीजन शुरू होते ही साइबर अपराधियों ने ठगी का नया तरीका निकाल लिया है। शातिर ठग अब वाट्सएप पर ई-कार्ड भेज रहे हैं। जैसे ही फाइल डाउनलोड करते हैं, मोबाइल हैक हो जाता है। 12 नवंबर से अब तक क्राइम ब्रांच में 6 शिकायतें पहुंच चुकी हैं। 4 पीड़ितों से 8 लाख रुपए भी ठग लिए गए हैं। कुछ मामलों में अपराधियों ने कॉन्टैक्ट लिस्ट व फोटो गैलरी हैक कर फोटो मार्किंग कर बदनाम करने का प्रयास किया है।
वही एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोदिया ने सोमवार को बताया कि एपीके फाइल भेजकर ठगी का ये नया ट्रेंड आया है। कई एंड्राइड फोन यूजर्स बिना सोचे-समझे अंजान या परिचितों के नंबरों से आए ई-कार्ड सीधे डाउनलोड कर लेते हैं। इसी का फायदा साइबर अपराधी उठा कर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे ई-कार्ड, निमंत्रण या ई-पत्रिकाएं आपके पास आए तो पहले नंबर चेक करें। परिचित हो तो उनसे संपर्क करें फिर डाउनलोड करें। यदि एपीके लिखा है तो डाउनलोड न करें। क्योंकि एपीके फाइल में एप्लिकेशन कोड होता है। यह फाइल मोबाइल डिवाइस में वायरस इंस्टॉल कर देती है। इससे अपराधी कॉन्टैक्ट लिस्ट,फोटो गैलरी, बैंकिंग ट्रांजेक्शन,पासवर्ड,क्रेडिट कार्ड डिटेल और ओटीपी व वाट्सएप तक हैक कर लेते हैं। बहरहाल पुलिस अनोखे तरीके से ठगी करने वाले आरोपियों की तलाश कर रही है।