Edited By meena, Updated: 24 Sep, 2020 03:53 PM
मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस-बीजेपी जीत के लिए अपना अपना जोर लगा रहे हैं। इस उपचुनाव में राजनीति का केन्द्र बिंदू ग्वालियर-चंबल क्षेत्र को माना जा रहा है क्योंकि इसी क्षेत्र से वो 16 विधानसभा सीटें हैं जिन पर कब्जा करने के लिए...
ग्वालियर(अंकुर जैन): मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस-बीजेपी जीत के लिए अपना अपना जोर लगा रहे हैं। इस उपचुनाव में राजनीति का केन्द्र बिंदू ग्वालियर-चंबल क्षेत्र को माना जा रहा है क्योंकि इसी क्षेत्र से वो 16 विधानसभा सीटें हैं जिन पर कब्जा करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया दिन रात मेहनत कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने भी मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए सिंधिया के दोस्त और राजस्थान कांग्रेस के बड़े नेता सचिन पायलट मैदान में उतारने का फैसला किया जो कहीं न कहीं भाजपा के लिए टेंशन देने जैसा है। लेकिन सचिन पायलट के ग्वालियर आने से पहले भाजपा ने पोस्टर वार खेलते हुए कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है।
ग्वालियर में भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए एक पोस्टर लगावाया है। जिसमें लिखा हुआ है कि कांग्रेस पार्टी युवा सचिन पायलट के साथ कितना धोखेबाजी करेगी। पहले प्रदेश अध्यक्ष बनाकर दिन रात मेहनत करवाई लेकिन जब कांग्रेस की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री वृद्ध अशोक गहलोत को बना दिया। इसके बाद जब सचिन पायलट ने हक और अधिकार मांगा तो उपमुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष पद छीन लिया और साथ ही नकारा व निकम्मा भी कहा। इन सब के बाद भी कांग्रेस को अब स्वाभिमानी गुर्जर समाज का वोट चाहिए।
दरअसल, ग्वालियर की 3 दिन सीटों (डबरा, ग्वालियर और ग्वालियर पूर्व) की सीटों पर गुर्जर वोटर्स की बहुलता के कारण सचिन पायलट को मैदान में उतारने की कोशिश की जा रही है। इसलिए यहां पर चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस पायलट को स्टार प्रचारक बनाने की तैयारी कर रही है। लेकिन ग्वालियर शहर में दौरे से पहले लगाए गए राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पायलट के पोस्टरों को लेकर अब सियासत तेज होती जा रही है। पोस्टरों को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर निशाना साध रही है।
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता लोकेंद्र पाराशर का कहना है कि जिस समाज के नेता का कांग्रेस ने घोर अपमान किया हैं। उनको बिका हुआ माल कहा है तो अब कांग्रेस पार्टी उनका कमाल क्यों देखना चाहती है। सचिन पायलट एक स्वाभिमानी नेता है ग्वालियर चंबल अंचल में आकर जरूर बताएंगे कि उन्हें अपने उपमुख्यमंत्री पद से क्यों हटाया, उनके पोस्टरों क्यों रौदा गया। अगर यह गुर्जर समाज ने पोस्टर लगाए हैं तो यह अपने नेता के स्वाभिमान को बचाने के लिए लगाए गए हैं। क्योंकि राजस्थान में गुर्जर नेता सचिन पायलट के साथ कांग्रेस ने बहुत बदतमीजी की थी।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि अगर बीजेपी पार्टी सचिन पायलट के आने से पहले इतनी परेशान है तो जब सचिन पायलट इस ग्वालियर चंबल अंचल में प्रचार-प्रसार की कमान अपने हाथ में लेंगे तो बीजेपी का क्या हर्ष होगा यह उनको पता है। जब अंचल में खुद्दार सचिन पायलट आएंगे तो वह गद्दारों को घर बैठा देंगे। गौरतलब है कि आज शहर में अखिल भारतीय युवा गुर्जर महासभा द्वारा सचिन पायलट के पोस्टर लगाए गए हैं जिस पर कांग्रेस और गहलोत सरकार पर निशाना साधा है। पोस्टरों में लिखा है कि कांग्रेस कितना अपमान और धोखेबाजी करेगी सचिन पायलट के साथ।