Edited By meena, Updated: 14 Oct, 2025 05:35 PM

ग्वालियर में बाबा साहब अंबेडकर और बी एन राव के समर्थकों के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा...
ग्वालियर (अंकुर जैन) : ग्वालियर में बाबा साहब अंबेडकर और बी एन राव के समर्थकों के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। आज एक बार फिर बी एन राव रक्षक मोर्चे द्वारा सिटी सेंटर स्थित हनुमान मंदिर में रामचरितमानस का पाठ आयोजित करने की कोशिश की गई । हालांकि पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए पहले ही मंदिर में तालाबंदी कर दी। मौके पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी से भड़के रक्षक मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बीच सड़क पर बैठकर धरना दे दिया और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए।
ग्वालियर में 15 अक्टूबर को दलित संगठनों के आंदोलन के आह्वान से ठीक पहले रक्षक मोर्चे के इस रामचरित मानस के पाठ को रोकने पर एडवोकेट अनिल मिश्रा और रक्षक मोर्चे ने प्रशासन के इस दोहरे रवैये पर सवाल खड़े किए हैं। वही रामचरितमानस के लिए मांगे गए टेंट को पुलिस द्वारा वापस लौटने से अनिल मिश्रा और मौके पर मौजूद सीएसपी हिना खान में विवाद भी देखने को मिला, जिसमें अनिल मिश्रा का सीधे तौर पर आरोप है के दलित संगठनों ने जिस तरह से पूरे शहर में बिना अनुमति दर्जनों आंदोलन किया उसे पर पुलिस प्रशासन ने किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की है।

ये सरकार और मुख्यमंत्री सनातन विरोधी है। वही रक्षक मोर्चे ने जय श्री राम नारे लगाए। सीएसपी बी एन राव समर्थक एडवोकेट अनिल मिश्रा ने सरकार पर अंबेडकरवादी होने के आरोप लगाए हैं। उनका यह भी कहना है कि जिस तरह से सरकार ने सनातन धर्म के नाम पर चुनाव में वोट मांगे लेकिन इसके बाद सनातनी सरकार को अगले चुनाव में सबक सिखाएगा।