Edited By Des raj, Updated: 21 Apr, 2021 09:17 PM
विश्व प्रसिद्ध क़व्वाल और प्ले बैक सिंगर, पद्मश्री से सम्मानित उस्ताद क़व्वाल हाजी फ़रीद साबरी का निधन हो गया है। अचानक ह्र्दयगति रुक जाने से वो दुनिया छोड़ गए। 1 अक्टूबर 1962 को जन्मे साबरी साहब ने आज सुबह 62 साल की उम्र में आखरी सांस ली ।राष्ट्रीय...
जयपुर :- विश्व प्रसिद्ध क़व्वाल और प्ले बैक सिंगर, पद्मश्री से सम्मानित उस्ताद क़व्वाल हाजी फ़रीद साबरी का निधन हो गया है। अचानक ह्र्दयगति रुक जाने से वो दुनिया छोड़ गए। 1 अक्टूबर 1962 को जन्मे साबरी साहब ने आज सुबह 62 साल की उम्र में आखरी सांस ली ।राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय मंचो पर प्रोग्राम देने वाले साबरी ब्रदर्स को कई सम्मान हासिल हुए । जयपुर के रहने वाले फ़रीद साबरी और उनके जोड़ीदार साबरी ब्रदर्स को पद्मश्री सम्मान भी हासिल हुआ था।
उनके निधन की खबर लाखों चाहने वालों के लिए दुखी करने वाली है। साबरी साहब ने अपने पुस्तैनी मकान मथुरा वालों की हवेली में आख़री साँस ली। दोपहर 1 बजे जयपुर के घाट गेट कब्रिस्तान में सुपुर्दे-ख़ाक किया गया। फ़िल्म हिना ,परदेश, सिर्फ तुम जैसी फिल्मों में अपनी जादुई आवाज़ बिखेरी थी ।फ़रीद साबरी, उनके पिता उस्ताद सईद साबरी और छोटे भाई अमीन साबरी की जोड़ी सारे देश में प्रसिद्ध थी । जिन्हें क़व्वाल साबरी ब्रदर्स के नाम से शोहरत हासिल थी । संगीत की दुनिया का बड़ा नाम था जिन्होंने लता मंगेशकर के अलावा और भी फिल्मी गायकों के साथ संगत की। फ़िल्मी दुनिया के अभिनय सम्राट राज कपूर ने उन्हें फ़िल्म हिना में मौका दिया था । लता मंगेशकर के साथ गाया ‘देर ना हो जाये कहीं देर ना हो जाये’ ने बुलंदियां हासिल कीं । लेकिन आज क़व्वाली किंग फ़रीद साबरी हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह गए ।